नई दिल्ली। बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद का नाम राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर घोषित करने के बाद राजनीति तेज हो गई है। विपक्ष इस बात से नाराज है कि उनकी सहमति के बिना बीजेपी ने अकेले ही नाम का ऐलान कर दिया। अब कांग्रेस महान कृषि वैज्ञानिक स्वामीनाथन का नाम आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है। इस तरह बीजेपी के दलित कार्ड की काट भी हो जाएगी और कांग्रेस समेत दूसरे दल अपना किसान प्रेम प्रदर्शित कर पाएंगे।
कहा जा रहा है कि कांग्रेस 22 तारीख को होने वाली बैठक में स्वामीनाथन नाम रखा जा सकता है। हालांकि उनके अलावा मीरा कुमार के नाम को भी इस रेस में शामिल हैं। दावा है कि कांग्रेस भाजपा के दलित कार्ड के खिलाफ अपना किसान कार्ड चलाने की कोशिश मे हैं। इस तरह कांग्रेस शिवसेना को भी अपनी तरफ करने का दांव खेल सकती है। हालांकि इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन मीडिया में सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों के अनुसार कोविंद का समर्थन करने के लिए कांग्रेस ने भाजपा की अपील को ठुकरा दिया है। कांग्रेस अब कोविंद को समर्थन नहीं देगी और अपना नया उम्मीदवार उतारेगी।
वैसे इस बात का इशारा कांग्रेस ने सोमवार को तब ही दे दिया था जब कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कोविंद के नाम को चुने जाने को एकतरफा फैसला करार दिया था। इसके बाद कांग्रेस के साथ आए अन्य सहयोगी दलों ने भी कोविंद के नाम पर स्पष्ट समर्थन नहीं दिया और सिर्फ यही कहते रहे कि 22 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में ही कोई फैसला होगा।