
दोनों पक्षों में झूमाझटकी भी हुई। बाद में पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े। मंदसौर सहित जिले के कई नगर व कस्बे मुकम्मल बंद रहे। मल्हारगढ़ में भी किसानों ने हाईवे पर जाम लगाने की कोशिश की। सीतामऊ, गरोठ, शामगढ़, सुवासरा सहित लगभग पूरे जिले में किसानों के रूप में भीड़ ने उत्पात मचाया।

शुक्ला चौक में फल की दुकान बिखेरी, नयापुरा रोड पर ठेले वाले की कुल्फियां सड़क पर फेंक दी। बंद दुकानों में भी तोड़-फोड़ की गई। भीड़ घंटों तक अराजकता फैलाती रही लेकिन पुलिस और प्रशासन मूकदर्शक बने रहे। शहर के सारे बाजार सुबह से ही बंद रहे। हुड़दंग के कारण सुबह दूध की सप्लाई भी नहीं हुई। जिस कारण घरों में दूध के लिए बच्चे बिलखते रहे। बाजार बंद रहने से चाय तक नहीं मिल पाई।
पुलिस पेट्रोल पंप भी रहा बंद
शहर में दुकानों के साथ ही सभी पेट्रोल पंप भी बंद रहे। इस कारण लोगों को अधिक परेशानी हुई। पेट्रोल पंप संचालकों ने सुबह 6 बजे से ही पेट्रोल पंप बंद कर दिए। सबसे बड़ी बात यह रही कि पुलिस वेलफेयर सोसायटी द्वारा पुलिस लाइन के यहां संचालित पुलिस पेट्रोल पम्प भी बंद रहा। जब पुलिस की खिल्ली उड़ी तो दोपहर बाद कुछ जवान वहां तैनात कर पुलिस पेट्रोल पंप को खोला गया।
सांसद-विधायक विरोधी नारे लगाए
कैलाश मार्ग पर हुड़दंगियों ने फलों एवं अन्य दुकानों में तोड़-फोड़ कर नुकसान किया। इसके बाद कैलाश मार्ग के व्यापारियों ने सांसद, विधायक विरोधी नारे लगाए। पुलिस के खिलाफ आक्रोश जताया। व्यवसायियों ने कैलाश मार्ग पर जाम लगा दिया। नारेबाजी की। बाद में व्यापारी शहर थाने पर पहुंचे। यहां पर कोतवाली टीआई विनोदसिंह कुशवाह ने आश्वासन दिया कि व्यापारी अपनी दुकानें खोलें।
क्षेत्रवासियों ने भगाया हुड़दंगियों को
पुलिस और प्रशासन हुड़दंग को रोकने में नाकामयाब हुआ तो व्यवसायियों ने अपनी सुरक्षा का जिम्मा उठाया। अशोक टॉकीज मार्ग एवं गणपति चौक के व्यवसायियों एवं रहवासियों ने सोमवार सुबह हुड़दंग करने आए कुछ लोगों का सामना किया। उन्हें वहां से खदेड़ दिया। इस दौरान हुड़दंगी एक मोटरसाइकल भी यहां छोड़कर भाग गए।
कहार भोई समाज ने ज्ञापन सौंपा
रविवार की शाम को बस स्टैंड पर फल विक्रेताओं की दुकानों में तोड़फोड़ एवं मारपीट के विरोध में सोमवार को कहार भोई समाज ने शहर थाना प्रभारी विनोदसिंह कुशवाह को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि कुछ गुंडे-बदमाशों द्वारा गरीब महिलाओं के साथ आंदोलन का हवाला देकर मारपीट की गई। महिलाओं को चोटे आई हैं। हुड़दंगियो द्वारा जबरन सामान फेंका गया। आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए एवं गरीब व्यवसायियोें के नुकसान की भी भरपाई करवाई जाए।
नेताओं को भगा दिया किसानों ने

प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। रात 9 बजे तक जाम के चलते फोरलेन पर दोनों तरफ वाहनों की 10-10 किमी लंबी लाइन लग गई। यात्री, कार-ट्रक चालक व अन्य परेशान होते रहे। इसी बीच वहां पहुंचे पंचायत सचिव संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा के खिलाफ भी किसानों ने नारेबाजी की और वहां से लौटा दिया। किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन भी किया। मिर्ची लेकर जा रहे मिनी ट्रक से मिर्ची बिखेर दी और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर मूकदर्शक खड़े रहे।