भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों किसान आंदोलन चल रहा है। हर तरफ से आगजनी और उग्र आंदोलन के समाचार आ रहे हैं। आंदोलन की शुरूआत में वित्तमंत्री जयंत मलैया ने इसे मुट्ठीभर लोगों का आयोजन कहा था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने भड़काऊ बयान दिए थे और सीएम शिवराज सिंह ने भी उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए थे परंतु मंदसौर में पुलिस फायरिंग के बाद सरकार बैकफुट पर आ गई है। अब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अनिश्चितकालीन उपवास का ऐलान कर दिया है। यह उपवास 10 जून से शुरू होगा। बता दें कि किसानों ने 1 जून से 10 जून तक आंदोलन करने का ऐलान किया है। 10 जून को उनका आंदोलन की लास्ट डेट है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कल वो शांति बहाली के लिए दशहरा मैदान में 11 बजे से बजे उपवास पर बैठेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों से बातचीत के सारे रास्ते खुले हैं, लोग आ सकते हैं और मुझसे चर्चा कर सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि अराजकताओं और नकारात्मक तत्वों से सख्ती से निपटेंगे और कानून-व्यवस्था की स्थापना करना हमारी प्राथमिकता है। कुछ लोगों ने युवाओँ के हाथों में पत्थर दे दिया। बता दें कि राज्य में किसान आंदोलन उग्र रूप लेता जा रहा है। यही वजह है कि एमपी में हिंसा रोकने के लिए 13 कंपनियां तैनात की गई हैं।
बता दें कि मंदसौर/नीमच से शुरू हुआ आंदोलन अब मध्यप्रदेश के कई जिलों में पसर चुका है। आंदोलन की आग आज राजधानी तक भी पहुंच गई। भोपाल इंदौर हाइवे पर प्रदर्शनकारियों ने चक्काजाम किया और ट्रक में आग लगा दी। इससे पहले देवास में बसें फूंक दी गईं थीं। आंदोलन की लपटें राजधानी तक पहुंचने के बाद हालात और ज्यादा गंभीर हो गए हैं।