
प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए विभाग 15 जून के बाद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में है। रजिस्ट्रेशन और डाक्यूमेंट्स का वेरीफिकेशन कराने वाले छात्रों को कॉलेज व सीट का अलॉटमेंट एनआईटी की काउंसलिंग के बाद किया जाएगा। पिछले साल के नतीजों को देखते हुए विभाग इस बार यह कदम उठा रहा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार पिछले साल काउंसलिंग में छात्रों को एनआईटी काउंसलिंग के पहले अलॉटमेंट जारी किया गया था लेकिन बाद में जब छात्रों का चयन एनआईटी में हो गया, तो उन्होंने प्रदेश के कॉलेजों में एडमिशन नहीं लिया। इसके कारण खाली सीटों का गणित गड़बड़ाता रहा। इस तरह की अव्यवस्था से बचने के लिए विभाग काउंसलिंग प्रक्रिया में बदलाव की तैयारी कर रहा है।
विभाग द्वारा इस बार छात्रों को डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के लिए ऑनलाइन सुविधा भी देने की तैयारी में है। ऐसे छात्र जिनके डॉक्यूमेंट डिजिटल लॉकर में सुरक्षित हैं, उनका वेरीफिकेशन ऑनलाइन ही कर लिया जाएगा। इसके लिए छात्र को व्यक्तिगत रूप से हेल्प सेंटर पर आने की जरूरत नहीं होगी। अभी छात्रों को व्यक्तिगत रूप से हेल्प सेंटर पर वेरीफिकेशन के लिए उपस्थित होना पड़ता है।
JEE-MAINS के साथ ही होगा 12वीं के अंकों के आधार रजिस्ट्रेशन
एक अन्य बदलाव के तहत विभाग ऑनलाइन काउंसलिंग के पहले चरण में ही जेईई-मेन्स के साथ ही 12वीं के अंकों के आधार पर एडमिशन लेने वाले छात्रों के भी रजिस्ट्रेशन शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि, इन छात्रों को कॉलेजों व सीट का आवंटन जेईई-मेन्स के आवंटन के बाद ही किया जाएगा।