
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पड़ोसियों और पति से झगड़ा होने के बाद दंपति ने घर छोड़ दिया। पति और पत्नी दोनों अलग-अलग घर से निकले। महिला ने पहले टैंकर से लिफ्ट ली, लेकिन कैंटर चालक ने छेड़छाड़ की तो महिला आगे जाकर उतर गई। इसके बाद महिला ने पीछे से आ रहे ऑटो से लिफ्ट ली, जिसमें पहले से तीन लोग बैठे थे। तीनों ने मौके का फायदा उठाकर महिला से बारी-बारी गैंगरेप किया। रोने पर बच्ची को उठाकर बाहर फेंक दिया, जिससे बच्ची की मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के शरीर पर चोटों के निशान पाए गए हैं।
संदीप खिरबार ने बताया कि महिला ऑटो से लिफ्ट ले लेकर किसी तरह दिल्ली पहुंची और फिर दिल्ली मेट्रो में भी ट्रैवल लिया। इस दौरान बच्ची की लाश उसके पास ही थी। उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपियों का क्रिमिनल रिकॉर्ड खंगाल रही है।
ये है पूरा मामला
साइवर सिटी में कुछ दिन पहले चलती कार में नॉर्थ ईस्ट की महिला से गैंगरेप हुआ था। अब 29 मई को चलते ऑटो से नौ महीने की बच्ची को फेंककर हत्या करने और महिला से गैंगरेप की घटना से शहर में सनसनी फैली हुई है। गुरुग्राम पुलिस ने तीनों आरोपियों के स्केच भी जारी किए, जिनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है।