
नाथू-ला के रास्ते जा रहे 2 जत्थों को रोका
सूत्रों के अनुसार, लगातार बारिश से हुए भूस्खलन के कारण चीन की ओर की सड़कें बह जाने के बाद 47 तीर्थयात्रियों और एक संपर्क अधिकारी को रोक दिया गया। भारतीय तीर्थयात्रियों को बताया गया कि, उन्हें मौसम और सड़क की हालत सुधरने पर चीन में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
पहला जत्था 15 जून को गंगटोक पहुंचा था
47 यात्रियों का पहला जत्था 15 जून को गंगटोक पहुंचा था। नाथू-ला के रास्ते वार्षिक तीर्थयात्रा कराने में सिक्किम पर्यटन विकास निगम नोडल एजेंसी का काम करता है। सूत्रों के अनुसार लगातार बारिश से हुए भूस्खलन के कारण चीन की ओर की सड़कें बह जाने के बाद 47 तीर्थयात्रियों और एक संपर्क अधिकारी को रोक दिया गया।
दिल्ली से लेकर सिक्किम तक फंसे यात्री
यात्रियों के लिए यह परेशानी केवल गंगटोक में नहीं बल्कि दिल्ली में भी है। दरअसल कैलाश मानसरोवर के लिए जितने भी जत्थे जाते हैं वे दिल्ली से ही रवाना होते हैं। केन्द्र सरकार लिस्ट के मुताबिक लोगों को रवाना करती है। दिल्ली में दिल्ली सरकार इन यात्रियों के लिए रहने-खाने से लेकर बुनियादी सुविधाओं का इंतजाम करती है।
दिल्ली सरकार की तीर्थयात्रा समिती के अध्यक्ष कमल बंसल की मानें तो उन्हें विदेश मंत्रालय से इस बात की जानकारी दी गई है कि अगले आदेश तक नाथूला के रास्ते कैलाश मानसरोवर की यात्री रोक द गई है ऐसे मे जो भी यात्री आने वाले हैं उन्हें फिलहाल नहीं आने की हिदायत दी जाए और जो आए हुए हैं उन्हें घर वापसी की व्यवस्था की जाए। 30 जून को जो तीसरा जत्था जाने वाला था अभी वो यात्री दिल्ली में फंसे हुए हैं।