
ज्ञानेंद्र पंडित नाम के एक यूजर ने दिग्विजय के ट्वीट पर कमेंट करते हुए लिखा- “मेरा तुझसे एक सवाल- अगर गरीबी हटाओ का नारा देने से गरीबी मिट गई थी, तो फिर कांग्रेसियों ने मनरेगा,खाद्य सुरक्षा कानून क्यों बनाया?”
जीतेंद्र सिंह नाम के एक शख्स ने लिखा- “चचा आपसे मेरा भी एक सवाल- घर में बेटा-बेटी, पोता-पोती, नाती-नातिन फिर “राय” चाची को लुगाई बनाकर क्यों लाये?”
ज़ीनत प्रवीन नाम की एक यूजर ने लिखा- “तेरे जैसे लोग जो योग नहीं करते, उनके इलाज के लिए दवाइयां बेचीं जाती है, मुझे सालों हुए कोई दवाई लिए हुए, यह सब योग से ही सम्भव हो पाया है।”
कुछ यूजर्स ने दिग्विजय सिंह का ट्वीट और पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल का ट्वीट एक जैसा होने पर सवाल उठाया है। उन्होंने दोनों के सवालों का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया। 21 जून को फेसबुक पर किए अपने पोस्ट में हार्दिक पटेल ने लिखा- “एक बच्चे ने प्रश्न पूछा मेरी तो बोलती बंद हो गई। अगर योग करने से रोग नहीं होता तो फिर बाबा रामदेव पतंजलि की इतनी दवाइंया क्यों बेचते हैं?” बृजेश चंद नाम के एक यूजर ने दोनों के ट्वीट का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए लिखा- “मिल गया, मिल गया दिग्गी चचा का “रजत यादव” मिल गया।”
B K SINGH @BKSINGH11NOV ने लिखा रामदेव बाबा दवाइयाँ उनके लिए बनाते है जिन्हें लगता है योग करने से उनका धर्म ख़तरे में पड़ जाएगा वैसे लोग दवाइयों से काम चला ले।
Capt Jack Sparrow @jordan5421 ने लिखा मेरा मुझसे एक सवाल - अगर लाठी और चरखे से अंग्रेज भाग गए तो हमारे वीर जवानो को फाँसी क्यों दिया गया?