नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में जामिया मस्जिद के बाहर उपद्रवियों के समूह ने DSP मोहम्मद अयूब पंडित को घेरकर बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। उन्हे तब तक पीटा गया जब तक कि उनकी मौत नहीं हो गई। हमला उस समय हुआ जब डीएसपी पंडित मस्जिद में नमाज अदा कर रहे लोगों की सुरक्षा में तैनात थे। अचानक हुए इस हमले से घबराकर उनके साथ मौजूद सुरक्षाकर्मी भाग गए। भीड़ ने उन्हे अकेले में घेर लिया। उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए हवाई फायर भी किए परंतु भीड़ ने उन्हे चारों तरफ से घेर लिया और हत्या कर दी।
घटना के बाद सीएम महबूबा मुफ्ती ने मोहम्मद अयूब को श्रद्धांजलि दी। महबूबा मुफ्ती ने इसे एक शर्मनाक घटना बताया और कहा कि जम्मू-कश्मीर की पुलिस सबसे सक्षम पुलिस है लेकिन अपने लोगों से निपटने में पूरे संयम का परिचय दे रही है। महबूबा मुफ्ती ने गद्दारों को चेताते हुए कहा कि सुरक्षाबलों के सब्र का इम्तिहान न लें लोग। गौरतलब है कि श्रीनगर के नौहट्टा क्षेत्र में शुक्रवार सुबह जामिया मस्जिद के बाहर से पुलिस उपाधीक्षक अयूब पंडित का शव बरामद हुआ, इसी स्थान पर उन पर हमला हुआ था।
DGP बोले मीरवाइज की मौजूदगी की होगी जांच
डीएसपी मोहम्मद अयूब की मौत के बाद डीजीपी एसपी वैद्य ने कहा कि जब भीड़ ने उन्हें पीटना शुरू किया, तब अपने बचाव में उन्होंने दो-तीन शॉट फायर किए जिसमें कुछ लोग घायल हुए। उन्होंने कहा कि इस बात की भी जांच होगी कि क्या वहां पर अलगाववादी नेता मीरवाइज़ मौजूद थे या नहीं। वैद्य ने कहा कि अयूब जामिया मस्जिद के इंचार्ज थे, और उस समय वहां पर अकेले थे।