नई दिल्ली। भारत में आपातकाल पर आधारित फिल्म 'इंदु सरकार' को लेकर विवाद शुरू हो गया है। जहां एक ओर भाजपा के नेता इस फिल्म के रिलीज होने का इंतजार कर रहे हैं वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसका विरोध किया है। उनका कहना है क यह फिल्म प्रायोजित है और गांधी परिवार को बदनाम करने के लिए बनाई गई है। इसी के साथ फिल्म के रिलीज पर संकट आ गया है। संभव है जल्द ही यह मामला न्यायालय में हो।
निर्देशक मधुर भंडारकर की इस फिल्म में इंदु सरकार नाम की एक लड़की का किरदार है जो इंदिरा गांधी शासन के दौरान लगे आपातकाल का विरोध करती है और सरकार के सामने चट्टान की तरह खड़ी हो जाती है। आपातकाल के समय शुरु हुए जेपी मूवमेंट को भी फिल्म में प्रमुखता से जगह दी गई है। ये शायद पहली बार है जब इतने खुले तौर पर गांधी परिवार को नकारात्मक रौशनी में रखा गया है और इतने सीधे वार के बाद, कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रिया आना तय था।
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस फिल्म को कपोल कल्पना बताते हुए कांग्रेस का नाम खराब करने की एक साजिश माना है। उन्होनें कहा कि वो जानते हैं कि किसके इशारों पर इस फिल्म का निर्माण किया जा रहा है और ये एक पूर्णत: प्रायोजित काम है। हालांकि मधुर भंडारकर कह चुके हैं कि ये एक बेहद अहम विषय पर बनी फिल्म है और युवाओं को आपातकाल के समय को जानने का एक मौका मिलेगा।
फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष इस फिल्म को रिलीज करने के लिए आतुर बैठे हैं। पिछले दिनों उन्होंने एक बयान देकर कहा था कि इस फिल्म के लिए किसी की एनओसी की जरूरत नहीं। लेकिन ये पक्की बात है कि सीधे इंदिरा और संजय गांधी पर हमला करती इस फिल्म को कांग्रेस आसानी से रिलीज नहीं होने देगी। इस फिल्म में मुख्य किरदार फिल्म पिंक से चर्चा में आई अभिनेत्री कीर्ति कुल्हाड़ी निभा रही हैं और संजय गांधी के किरदार में अभिनेता नील नितिन मुकेश नजर आएंगे।