
बड़वानी कलेक्टर पर तो अब नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख मेघा पाटकर ने आरोप लगाया है कि वे रोक के बाद भी नर्मदा से रेत निकालने वालों को संरक्षण दे रहे हैं। तेजस्वी नायक ने नर्मदा किनारे पौधरोपण की तैयारियों को लेकर बुलाई बैठक में मुख्यमंत्री से कहा दिया था कि नर्मदा से रेत का अवैध उत्खनन करते हुए नर्मदा बचाओ आंदोलन की कर्ताधर्ता मेधा पाटकर की जेसीबी पकड़ी, इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। पाटकर ने 24 घंटे में कलेक्टर से जेसीबी के सबूत सार्वजनिक करने का अल्टीमेटम दिया है।
इधर भाजपा विधायक नीलम मिश्रा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कलेक्टर राहुल जैन पर आरोप लगाया है कि कलेक्टर के संरक्षण में रीवा शहर से मात्र 20 मिनट की दूरी पर बनकुइंया क्षेत्र में खुले आम अवैध उत्खनन चल रहा है।
‘झूठे’ आरोप पर अकेले पड़े नायक
आईएएस तेजस्वी नायक द्वारा मेघा पाटकर पर अवैध उत्खनन के आरोपों से सभी हैरान हैं। बड़वानी जिला खनिज अधिकारी सचिन वर्मा ने मामले से पल्ला झाड़ लिया है। बड़वानी थाना पुलिस के अनुसार 23 मई को अवैध उत्खनन करते हुए जेसीबी पकड़ी थी, वह बड़वानी की बृजविहार कॉलोनी निवासी लालचंद पिता ज्ञादराम जाट के नाम पर है।
तेजस्वी पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी
उधर मेघा पाटकर ने कलेक्टर पर कानूनी कार्यवाही करने की तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि ना तो उनकी कोई जेसीबी है, ना ही उनके आंदोलन से जुड़े किसी व्यक्ति की जेसीबी है। कलेक्टर बदनाम करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। वे नर्मदा में रेत का उत्खनन रोक नहीं पा रहे हैं। उनके खुले संरक्षण में नर्मदा से रेत निकाली जा रही है। सरेआम उत्खनन हो रहा है। उसे रोकने की जगह वे हम लोगों को बदनाम कर रहे हैं। कलेक्टर के खिलाफ अब हम कानूनी कार्यवाही करेंगे।