
मामला किशनगंज थाना क्षेत्र के पिगडंबर स्थित अकादमी का है। स्कूल की नर्सरी में पढ़ने वाले अंशुल नामदेव का शव पानी में भीगा हुआ था। छात्र की मौत के बाद स्कूल प्रबंधन उसके शव को लेकर निजी अस्पताल पहुंचे, यहां से परिजनों को उसकी तबियत ख़राब होने की जानकारी देकर अस्पताल बुलाया गया। जहां मृत बच्चे को उसके परिजनों के सुपुर्द कर स्कूल प्रबंधन मौके से भाग खड़ा हुआ।
मामले में स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही उजागर
जांच अधिकारी एम. शर्मा ने बताया कि अंशुल की मौत की जानकारी अस्पताल से मिलने के बाद यहां पहुंचे है। स्कूल प्रबंधन ने अपनी ओर से पुलिस को कोई सूचना नहीं दी। पुलिस का मानना है कि छात्र स्वीमिंग के लिए पूल में उतरा होगा ओर डूब गया होगा लेकिन सवाल यह है कि इतना छोटा बच्चा बिना ट्रेनर के पूल में कैसे जा सकता है। दूसरा बड़ा सवाल यह है कि जब उसे स्वीमिंग क्लास ज्वाइन ही नहीं करवाई गई थी तो उसे पूल तक लेजाया ही क्यों गया।
ट्रेनर के खिलाफ मामला दर्ज, संचालक गायब
मामला सुर्खियों में आने से पहले ही स्कूल संचालक स्वरूप सिंह सेंगर अस्पताल से गायब हो गए थे इसके बाद अब तक सामने नहीं आए। उन्होंने इस घटना की सूचना भी पुलिस को नहीं दी। पुलिस ने केवल अकादमी के 2 ट्रेनर्स के खिलाफ मामला दर्ज किया है जबकि यहां बड़ा सवाल यह है कि जिस छात्र ने स्वीमिंग क्लास ज्वाइन ही नहीं की थी वो पूल तक पहुंचा कैसे जबकि स्कूल और पूल अलग अलग भवन में हैं।