
पत्र में चोरी की वजह भी बताई
चोर ने मस्जिद में चोरी का कारण बताते हुए एक खत भी छोड़ा है। इस खत में उसने लिखा है, यह मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है। कृपया कोई मुझे ढूंढने की कोशिश न करें। मैं काफी जरूरतमंद व्यक्ति हूं और इसलिए मैं अल्लाह के घर से चोरी कर रहा हू्ं। चोर ने कहा कि वह एक बार मौलवी से मदद की मांग करते हुए मस्जिद आया था लेकिन मौलवी ने मदद देने से मना कर दिया और उसे वहां से निकाल बाहर किया।
मैं सिर्फ अल्लाह के घर से कुछ चीजें चुरा रहा हूं...
चोर ने खत में लिखा है, लोगों के मदद देने से मना करने के बाद मुझे मस्जिद में चोरी करने के लिए मजबूर होना पड़ा। मैंने किसी के घर से कोई चोरी नहीं की है। मैं सिर्फ अल्लाह के घर से कुछ चीजें चुरा रहा हूं इसलिए यह मेरे और अल्लाह के बीच का मामला है। हमारे मामले में किसी और को दखल नहीं देनी चाहिए। खबर के मुताबिक स्थानीय लोगों ने चोर से हमदर्दी जताते हुए सईद से उसे माफ कर देने को कहा है। ठीक इसी तरह की घटना पिछले साल रमजान के महीने में जहानियन में हुई थी। चोर ने करीमन मस्जिद में चोरी करके वहां एक खत छोड़ दिया था। इस खत में भी गरीबी का हवाला देते हुए कहा गया था कि उसके पास जब पैसे आएंगे तब वह मस्जिद को वापस लौटा देगा।