कमलेश सारडा/नीमच। किसान आंदोलन के दोरान मंगलवार को हुई पुलिस फायरिंग में 6 किसानों की मौत के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं। पुलिस ने इंटरनेट सेवाओं को पहले ही बंद कर दिया था। अब नीमच के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। इधर भड़के हुए किसानों ने हाइवे पर जाम के दौरान खड़े ट्रकों में आग लगा दी। किसानों ने पिपलिया मंडी एवं मालखेड़ा फांटे में आगजनी की है। एक अन्य खबर के अनुसार कोटा से रतलाम की ओर जाने वाली यात्री ट्रेन को मल्हारगढ़ पर ही रोक दिया गया है। यह यातायात कब तक क्लीयर होगा कहा नहीं जा सकता।
बुधवार को सुबह से ही हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। सारा इलाका छावनी बना दिया गया है बावजूद इसके उग्र किसान सड़कों पर उतर आए हैं। पिपलिया मंडी से खबर आ रही है कि यहां नीमच महू हाइवे पर खड़े हुए ट्रकों में उपद्रवियों ने आग लगा दी। मालखेड़ा फंटे से भी आगजनी की खबर आ रही है। यहां भी 2 गाड़ियां जला दी गईं। पुलिस ने सभी रास्ते बंद कर दिए गए है। नीमच मंदसौर फोरलेन पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं। यहां सड़कों पर हजारों किसान दिखाई दे रहे हैं।
इससे पहले आज सुबह पुलिस फायरिंग में मृत किसान के परिजनों से मिलने गए कलेक्टर स्वतंत्र कुमार को किसानों ने घेर लिया और मारपीट की। इस दौरान उनके कपड़े भी फट गए। जब यह हमला हुआ, कलेक्टर के साथ मौजूद सभी अधिकारी भाग खड़े हुए। कुछ किसानों ने उन्हे उपद्रवियों के चंगुल से मुक्त कराया। हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं।