भोपाल। दवा के धंधे में ठगी का कारोबार भी शुरू हो गया है। भोपाल के 5 डॉक्टरों ने मिलकर एक दवा व्यापारी को सवा करोड़ का चूना लगा दिया। व्यापारी ने सभी डॉक्टरों समेत उनके साथ सांठगांठ कर दवा सप्लाई फर्म संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। एफआईआर मेंं कुल 11 नाम हैं। 5 आरोपी डॉक्टरों में से 3 LN MEDICAL COLLEGE के डॉक्टर हैं। पुलिस को संदेह है कि इस रैकेट ने कुछ और लोगों से भी ठगी की होगी। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। पूछताछ के बाद सारी कहानी सामने आएगी।
जी-2 प्लाट नंबर-19 बाल बिहार रोड निवासी संदीप कुमार समाथिया (47) महाकाल डिस्ट्रीब्यूटर एवं सप्लायर के मैनजर हैं। उन्होंने बताया कि एस मेडीको के तरुण मित्त से उनका पुराना परिचय था। वह उनके लिए दवाई सप्लाई करता था। इसी दौरान उसने उनसे धीरे-धीरे कर 1 करोड़ 18 लाख 65 हजार रुपए आरटीजीएस के माध्यम से ले लिए। यह रुपए उसने दवाई सप्लाई करने के नाम पर लिए थे, लेकिन उसने कहीं दवाई सप्लाई ही नहीं की। रुपए वापस मांगने पर वह उन्हें ही धमकाने लगा। इसी से परेशान होकर संदीप ने 8 पन्नों की लिखित शिकायत हनुमानगंज पुलिस से की थी।
पुलिस ने लिखित शिकायत की जांच पर तरुण मित्तल, विशाल मित्तल, प्रनीत नागा, डॉ.श्रेयांस तिवारी, डॉ.प्रत्येश गौतम, डॉ.यशवंत मिश्रा, डॉ.सर्वेश मालवीय, डॉ.रूपाली मित्तल, शालनी मित्तल, धणेंद्र प्रसाद और दीपेंद्र बानखेड़ के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में ख्यानत का मामला दर्ज किया है। संदीप ने बताया कि डॉ.श्रेयांस तिवारी, डॉ.प्रत्येश गौतम, डॉ.यशवंत मिश्रा,एलएन मेडीकल कॉलेज में हैं, जबकि डॉ.सर्वेश का मंडीदीप में डेंटल क्लिनिक है। दीपेंद्र उनके लिए ही काम करता था। उसे इसके बारे में सबकुछ पता था। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।