नई दिल्ली। इन दिनों यदि कोई सांसद से सवाल जवाब करे तो सांसद इसे संविधान का अपमान बताने लगते हैं लेकिन जब एक महिला सांसद बोर्ड पर 'स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत' तक ना लिख पाए तो लोगों से क्या उम्मीद करेंगे कि ऐसे जनप्रतिनिधियों का वो सम्मान करे। वो भी तब जब भाजपा हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाने की बात करती है। बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी अब सोशल मीडिया के निशाने पर आ गईं हैं।
दरअसल, लेखी पिछले दिनों एक प्रोग्राम में शामिल हुई थीं, जहां उनसे बोर्ड पर 'स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत' स्लोगन लिखने की गुजारिश की गई लेकिन जब उन्होंने कलम पकड़ी तो उनकी हिंदी देखकर सभी हैरान रह गए। अब यूजर #MeenakshiLekhi हैशटैग के साथ सांसद की फोटोज शेयर कर उन्हें खरी-खोटी सुना रहे हैं। कुछ ने तो लेखी की डिग्री की जांच कराने का सुझाव भी दिया। लेखी नई दिल्ली से सांसद हैं।

मीनाक्षी बुधवार को इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) के 'स्वस्थ सारथी कैम्पेन' के इनॉगरेशन के लिए पहुंची थीं। यहां उन्हें बोर्ड पर हिंदी में 'स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत' लिखना था, लेकिन सांसद ने इसके 'सवच्छ और सवस्थ भारत' लिख दिया। फोटोज वायरल होने पर मीनाक्षी (@M_Lekhi) ने गलती मानते हुए 28 जून को ट्वीट में लिखा- ''आपका नजरिया है, हिंदी 8th क्लास के बाद नहीं पढ़ी, फिर भी सीखने की कोशिश करती रहती हूं। ऑटो करेक्ट का समय है, शुक्रिया। आगे ये गलती नहीं होगी।''
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेखी के हिंदी में लिखे भूल सुधार करने वाले ट्वीट में भी कई गलतियां थीं, जिसे बाद में उन्होंने ट्विटर पेज से हटा लिया। प्रोग्राम में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, डॉक्टर हर्षवर्धन, दिल्ली बीजेपी प्रेसिडेंट मनोज तिवारी, सांसद उदित राज और दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक भी मौजूद थे।