
12 जून 2016 को मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जाति-जनजाति के कल्याण के लिए कई घोषणाएं की थीं। अजाक्स मुख्यमंत्री को उन्हीं घोषणाओं की याद दिलाने के लिए 12 जून को अधिकार दिवस मना रहा था। इस दिन भोपाल सहित पूरे प्रदेश में धरना-प्रदर्शन होना था। मुख्यमंत्री के नाम उनकी घोषणाओं का ज्ञापन सौंपा जाना था। संघ के प्रवक्ता विजय श्रवण ने बताया कि प्रदेश के वर्तमान हालात को देखते हुए आंदोलन स्थगित कर दिया है। अब बाद में निर्णय लिया जाएगा।
इधर, सपाक्स ने प्रदर्शन और रैली का कार्यक्रम यथावत रखा है। मुख्यमंत्री के अजाक्स के मंच पर पहुंचने और आरक्षण को लेकर एक पक्षीय बयान देने के कारण सपाक्स 12 जून को धिक्कार दिवस मना रहा है। संघ के संस्थापक सदस्य एके जैन ने बताया कि कार्यक्रम यथावत रहेगा। सिर्फ मालवा अंचल में हम प्रतीकात्मक प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि जिन जिलों में हिंसक वारदातें हो रही हैं, वहां उस दिन शांति हुई, तो चंद कर्मचारी निकलेंगे और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। जबकि प्रदेश के दूसरे जिलों में कार्यक्रम के अनुसार ही रैली, धरना, प्रदर्शन होगा। उन्होंने बताया कि राजधानी में सभा की जाएगी और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
दोनों को नहीं मिली इजाजत
अजाक्स और सपाक्स बोर्ड ऑफिस चौराहे पर धरना-प्रदर्शन कर रैली निकालना चाहते थे। दोनों ने प्रशासन से अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने दोनों संगठनों को बोर्ड ऑफिस चौराहे पर रैली निकालने की अनुमति नहीं दी है। सपाक्स की सभा टीटीनगर दशहरा मैदान पर होगी।