नई दिल्ली। मप्र में हिंसक हुए किसान आंदोलन ने देश की तमाम राज्य सरकारों के कान खड़े कर दिए हैं। पहली बार हुआ है कि किसान ने आत्महत्या करने के बजाए हमलावर रुख अख्तियार किया है। इसका असर देश की तमाम राज्यों में भी दिखाई दे रहा है। यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार ने बैंकों को निर्देशित किया है कि वो वसूली के नोटिस आंदोलन चलते तक ना भेजें। बता दें कि दूसरे राज्यों में किसान यूपी की तरह कर्जमुक्ति की मांग कर रहे हैं, जबकि यूपी में किसानों को सशर्त एवं आशिंक कर्जमुक्ति ही मिली है।
यूपी के ऊर्जा मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने शनिवार को बिहार के दरभंगा में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि योगी सरकार पहले ही किसानों का एक लाख रुपए तक का कर्ज माफ करने की घोषणा कर चुकी है और अब बैंकों को भी चेतावनी दी गई है कि कर्जदार किसानों को बकाया रकम वसूलने के लिए बैंक कोई नोटिस नहीं भेजें।
उन्होंने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भी कुछ लोग अशांति फैलाना चाहते हैं, जिसे सफल नहीं होने दिया जाएगा। साथ ही श्रीकांत शर्मा ने राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि राजनीति करनी है तो विकास की करो हिंसा फैलाकर किसान को मरवा कर घिनौनी राजनीति मत करो।
श्रीकांत शर्मा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस जानबूझ कर एक सोची-समझी साजिश के तहत शांत प्रदेशों में हिंसा फैला रही है। किसान को हिंसा फैलाने वाले कांग्रेसी विधायक के वीडियो का हवाला देते हुए श्रीकांत शर्मा ने राहुल गांधी से शर्म करते हुए देश की जनता से माफी मांगने की बात कही।