नई दिल्ली। मप्र के मंदसौर में हुई 6 किसानों की हत्या का पूरे देश में विरोध हो रहा है। किसान संगठनों ने आगजनी और चक्काजाम किए तो कांग्रेस ने भी देश भर में प्रदर्शन किए। आम आदमी पार्टी, बसपा और सपा ने भी किसानों की मौत पर रोष जताया। अब इस लिस्ट में नक्सली संगठनों के नाम भी शामिल हो गए हैं। नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ में पर्चे फैंककर शिवराज सरकार के प्रति विरोध जताया है। आरोप है कि किसानों की मौत पुलिस की अवैध फायरिंग के कारण हुईं हैं परंतु सीएम शिवराज सिंह ने इस मामले की जांच के लिए 1 सदस्यीय आयोग गठित किया है।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में भांसी थाना क्षेत्र के बड़ेकमेली के पास पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी भाकपा (माओवाद) द्वारा गुरुवार की दोपहर मुख्य मार्ग में पर्चा फेंका गया। जिसे कुछ देर बाद एक सिपाही एकत्र कर थाने ले गया। पर्चो में नक्सलियों ने मंदसौर में हुई किसानों की हत्या पर पूरजोर विरोध किया गया।
इन पर्चों के माध्यम से माओवादियों को कहना है कि इस दुख की घड़ी में पूरे देश को एक होना चाहिए। भाजपा के शासन काल में हो रही इस तरह की घटनाओं का एकत्र होकर विरोध करो। माओवादियों ने पर्चा में धान और दीगर उपज का समर्थन मूल्य बढ़ाने की बात भी कही है।