नई दिल्ली। पाकिस्तान सरकार के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहे जजों और जांचकर्ताओं के खिलाफ धमकी भरी टिप्पणी करने वाली सत्ता रूढ़ पार्टी पीएमएल-एन के सांसदों को पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय ने फटकार लगाई और उनकी तुलना सिसीलियन माफिया से की। पिछले हफ्ते सीनेटर निहाल हाशमी ने अपने एक बयान में शरीफ के परिवारजनों के लिए परेशानी पैदा करने वालों को धमकी दी थी।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ गैरकानूनी तरीके से लंदन में संपत्ति खरीदने के मामले में पूछताछ का सामना कर रहे हैं। हाशमी ने एक शॉर्ट वीडियो क्लिप के माध्यम से संदेश जारी करते हुए कहा था, ‘सुनों! आप नवाज शरीफ के बेटे की बैंक डिटेल मांग रहे हैं। आप होते कौन हैं डिटेल मांगने वाले हम नवाज शरीफ के लोग हैं जिन्होंने हमारी जिम्मेदारी संभाल रखा है, हमें उनके लिए उदाहरण पेश करना है।’ इसे शरीफ और उनके परिवार से पूछताछ करने वाले जजों और जांच अधिकारियों के लिए सीधे तौर पर धमकी के रूप में देखा जा रहा था।
जिस पर कोर्ट ने बुधवार को स्वत: संज्ञान लेते हुए ब्रस्पतिवार को सुनवाई की। तीन सदस्यीय पीठ ने धमकी भरी टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताई और 5 जून तक इस पर लिखित जवाब देने का आदेश भी जारी किया है। पीठ ने सुनवाई के दौरान सरकार की तुलना ‘सिसली के माफियाओं’ से की जो कोर्ट के जजों को धमकी देने से भी नहीं चूकते।