जबलपुर। प्रतियोगी परीक्षाओं के आवेदन पर कियोस्क वाले मनमाना दाम वसूल रहे हैं। सर्विस चार्ज के नाम पर आवेदकों से 70 की जगह 150 से 200 रुपए तक ले रहे हैं। आवेदकों की शिकायतों के बाद प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) अब खुद का पोर्टल लांच करने जा रहा है। इस पर आवेदक फ्री में आवेदन कर सकेंगे। इससे जहां आवेदकों को राहत मिल जाएगी वहीं कियोस्क की सालभर में लगभग 15 करोड़ की अवैध कमाई पर रोक लग जाएगी।
70 तय है, लेते हैं 150 रुपए
एमपी ऑनलाइन ने प्रदेशभर में हजारों कम्प्यूटर सेंटर को फ्रेंचायजी बांटी है। इसके जरिए वे एमपी ऑनलाइन पर काम करते हैं। प्रोफेसनर्ल्स एग्जामिनेशन बोर्ड पूर्व नाम व्यापमं अपने सभी प्रतियोगी परीक्षाओं का आवेदन एमपी ऑनलाइन के जरिए ही भरवाता है। एमपी ऑनलाइन ने कियोस्क संचालकों के लिए 70 रुपए प्रति आवेदन सर्विस चार्ज तय किया है। लेकिन कियोस्क आवेदकों से 70 की जगह 150 रुपए तक वसूल रहे हैं। आवेदन की अंतिम तारीख आते ही सर्विस चार्ज 200 रुपए तक पहुच जाता है। सालभर में पीईबी में 20 लाख के आसपास आवेदक फार्म भरते हैं। इस लिहाज से करीब 30 करोड़ रुपए सिर्फ कियोस्क संचालक सर्विस चार्ज के रूप में वसूलते हैं। इसमें औसत 15 करोड़ रुपए अवैध होता है।
पोटर्ल तैयार सिर्फ डायरेक्टर का इंतजार
सूत्रों के मुताबिक पीईबी ने ऑनलाइन आवेदन जमा करने के लिए पोटर्ल बना लिया है। हाल में पीईबी के डायरेक्टर बदल गए। इस वजह से पोटर्ल लांच नहीं हो सका। जल्द ही नए डायरेक्टर की नियुक्ति होते ही पोटर्ल लांच किया जाएगा।
कियोस्क में फार्म भरने के नाम पर 70 रुपए तय फीस की जगह 150 से 200 रुपए आवेदकों से वसूलते हैं। ऐसी कई शिकायतें मिली। पीईबी अब खुद के पोटर्ल में आवेदन भरने की सुविधा देगी। विद्यार्थी कही भी बैठकर आवेदन कर सकेंगे। जल्द ही वेबसाइट लांच की जाएगी। सालभर में औसत 20 लाख स्टूडेंट आवेदन करते थे।
एकेएस भदौरिया, परीक्षा नियंत्रक, पीईबी
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पीईबी के सभी आवेदन एमपी ऑनलाइन से भरे जा रहे हैं। पीईबी से अभी तक अलग होने की कोई सूचना नहीं मिली है। एक-दो कियोस्क की शिकायतें आती हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होती है।
राजेश गुर्जर, पीआरओ,
एमपी ऑनलाइन भोपाल