आगर मालवा। पंजाब नेशनल बैंक का मैनेजर रमेश चंद्र जाट लोकायुक्त के हाथों धर लिया गया। आरसी जाट किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के बदले रिश्वत मांग रहा था। किसान ने लोकायुक्त से शिकायत कर दी। इस मामले में बैंक के कैशियर रोहित श्रीवास्तव को भी सह आरोपी बनाया गया है। बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान किसानों ने यह भी खुलासा किया था कि मंडी में फसल बेचने के बाद जब वो बैंक में पैसा निकालने जाते हैं तो बैंक कर्मचारी रिश्वत लिए बिना उन्हे उन्ही के अकाउंट से पैसा निकलाकर नहीं देते। कह देते हैं नगदी खतम हो गई है।
पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर रमेश चन्द्र जाट द्वारा जिले के ग्राम आक्या निवासी जगन्नाथ यादव से उसकी खेती की जमीन पर तीन लाख रुपए का किसान क्रेडिट कार्ड पास करने के ऐवज में 25 हजार की रिश्वत मांगी थी। जिसकी पहली किश्त के रूप में किसान पंद्रह हजार रुपए दे चुका था, उसके बाद भी किसान का लोन पास नहीं किया जा रहा था। क्योंकि मैनेजर दूसरी किश्त की मांग पर अड़ा था।
जिसकी शिकायत फरियादी ने लोकायुक्त से की थी, लोकायुक्त के निर्देश पर फरियादी ने बैंक मैनेजर से बात कर आज रिश्वत की बाकी रकम कि किश्त दस हजार रूपए दिए जाना तय किया था, फरियादी द्वारा रिश्वत के दस हजार दिए जाने के बाद मैनेजर को कुछ शंका हो गई और उसने रकम कैशियर के केबिन में रख दी। इशारा मिलने पर बैंक परिसर पंहुची लोकायुक्त पुलिस को रुपए नहीं मिलने पर कैशियर से पूछताछ की गयी, तब कैशियर ने रिश्वत के संबंध में लोकायुक्त को जानकारी नहीं दी गई। बाद में नोटों की गड्डियों में केमिकल लगे व लोकायुक्त द्वारा दिए गए सीरीज के नोट निकले, मैनेजर और केशियर के हाथ धुलाएं गए, केमिकल से दोनों के हाथ लाल हो गए।