
चौहान भिंड से जुड़ा एक किस्सा सुना रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं भिंड में गया तो वहां कुछ महिलाएं बात कर रही थीं कि अभी कोई चुनाव नहीं है, फिर भी इस पार्टी के लोग हमसे मिलने आ रहे हैं। ये पार्टी अच्छी है और वो 'हरामी' तो चुनाव के समय पर ही आते हैं।
असामाजिक तत्व ने चलाई गोली
इससे पहले चौहान ने किसान आंदोलनों पर बयान देते हुए कहा कि मंदसौर में एक असामाजिक तत्व ने गोली चलाई थी, जिससे एक किसान की मौत हो गई थी। इसके बाद आंदोलन हिंसक हो गया।
आंदोलनकारियों से प्रेम से पेश आए सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने किसानों के आंदोलन पर कहा कि सरकार को आंदोलनकारियों से प्रेम से पेश आना चाहिए। गोली की नहीं, बल्कि बोली से ही काम बनेगा। आंदोलनकारियों पर डंडे-लाठी नहीं बरसाना चाहिए।
छह दिन से पुलिस पिट रही थी
गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले छह दिनों से आंदोलनकारी पुलिस को मार रहे थे। फिर भी पुलिस ने कोई हिंसक गतिविधि नहीं की। मंदसौर की घटना में भी पुलिस की भूमिका नहीं है।