नई दिल्ली। कैंसर जैसे खतरनाक रोग का कारक स्ट्रीट फूड 'मोमोज' पर बैन लगाने की मांग शुरू हो गई है। पिछले 15 दिन से जम्मू-कश्मीर में इसके लिए रैलियां निकाली जा रही हैं। इस मुहिम को लीड बीजेपी के एमएलसी रमेश अरोड़ा लीड कर रहे हैं। उन्होंने जम्मू में सैकड़ों लोगों के साथ मोमोज की ब्रिकी के खिलाफ मार्च निकाला। अरोड़ा ने इसे शराब और ड्रग से ज्यादा खतरनाक बताया है।
जम्मू में गुरुवार को निकाले गए मार्च में कई धर्मगुरु भी शामिल हुए। इस दौरान लोगों को मोमोज खाने से नुकसान के लिए जागरूक किया गया। प्रदर्शनकारी अपने साथ तख्तियां और बैनर लेकर आए थे, जिन पर 'momos silent killer' और 'momos-slow death' जैसे स्लोगन लिखे थे। बता दें कि ईस्ट से नॉर्थ इंडिया तक लोगों के पसंद बन चुका मोमोज अब जम्मू-कश्मीर में भी लोगों को खूब भा रहा है। यहां जगह-जगह गलियों और बाजारों में मोमोज के स्टॉल खुल चुके हैं। इन्हें खाने वालों में यूथ की तादाद ज्यादा है।
कैंसर की वजह बन सकता है मोमोज: बीजेपी नेता
अरोड़ा ने दावा किया है कि- ''मोमोज में स्वाद बढ़ाने के लिए अजिनोमोटो (मोनोसोडियम ग्लूटामेट) का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि हेल्थ के लिए नुकसानदेह है। कई जानलेवा बीमारियों के साथ यह कैंसर की वजह भी बन सकता है। इसीलिए हम लोग भारतीय खान-पान पर 'चाइनीज फूड' के नेगेटिव असर के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारा विरोध जारी रहेगा, जब तक कि केंद्र और राज्य सरकारें मोमोज की ब्रिकी पर बैन ना लगा दें, क्योंकि ये भारत की युवा पीढ़ी को मार रहा है।