
भागवत ने कहा, कर्जमाफी किसानों को राहत पहुंचाने के लिये सही है, लेकिन यह स्थायी समाधान नहीं है। किसानों को उनके श्रम के अनुसार फसल का दाम मिलना चाहिये और उन्हें उनके (कृषि उत्पाद) का सही रिटर्न भी मिलना चाहिये। भागवत ने कहा कि समय की मांग है कि समूचे कृषि क्षेत्र को सुचारू बनाया जाए ताकि यह दीर्घावधि में लाभकारी होगा।
वह सोमवार की रात महाराष्ट्र चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड एग्रीकल्चर (एमएसीसीआईए) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में व्यापारियों और उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया। संघ प्रमुख ने कहा, समय की मांग है कि समूचे कृषि क्षेत्र को सुचारू बनाया जाए ताकि इसे दीर्घावधि में लाभकारी बनाया जा सके। इस प्रक्रिया में व्यापारी वर्ग को उन्हें (किसानों को) अपना समर्थन देना चाहिये और उन्हें प्रौद्योगिकी और शोध का फायदा उठाने में उनकी मदद करनी चाहिये।