
हवारे ने कहा कि करीब 50,000 श्रद्धालु प्रतिदिन शिर्डी आते हैं। हम ऊर्जा पैडल लगाएंगे, चलने पर पैडल दबेंगे और फिर वापस सामान्य हो जाएंगे। इससे उर्जा उत्पन्न होगी। चलने से उत्पन्न होने वाली उर्जा बिजली में बदली जाएगी। इस तरह पैदा होने वाली बिजली से मंदिर क्षेत्र में बल्ब जलेंगे और पंखे चलेंगे।' उन्होंने कहा कि न्यास परियोजना के विभिन्न पहलुओं पर विचार कर रहा है।
न्यास ने जिन परियोजनाओं की घोषणा की है उनमें आदिवासी तथा वंचित तबके के बच्चों के लिए आईएसएस प्रशिक्षण अकादमी शुरू करना, कैंसर अस्पताल स्थापित करना, ठोस कचरे से उर्जा उत्पादन, प्रतिदिन रक्तदान शिविर लगाना शामिल है। एक से 18 अक्टूबर के बीच आयोजित होने वाले 'समाधि शताब्दी महोत्सव' में इनका आयोजन किया जाएगा। प्रबंधन समिति ने आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों की महिलाओं और छात्रों को मदद करने का भी फैसला लिया है।