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एक्सपर्ट्स लंबे समय से इस बड़े बदलाव की जरूरत बता रहे थे, लेकिन अभी तक इसे लेकर कोई खास प्रगति नहीं हुई थी। मार्च में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई एक मीटिंग में यह फैसला लिया गया। नए रेग्युलेटर को बनाने में समय लग सकता है और इसे देखते हुए सुधार के अस्थायी उपाय के तौर पर मौजूदा नियमों में संशोधन करने पर विचार किया जाएगा।
वरिष्ठ अधिकारियों ने ईटी को बताया कि HEERA कानून को तैयार करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। मानव संसाधन मंत्रालय और नीति आयोग नए कानून पर काम कर रहे हैं। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत और हायर एजुकेशन सेक्रटरी के.के. शर्मा के अलावा कुछ अन्य विशेषज्ञों की एक कमिटी इस पर काम कर रही है।