नई दिल्ली। मप्र में किसान हिंसा के कारण सीएम शिवराज सिंह ने अपना विदेश दौरा रद्द कर दिया परंतु पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐसा कुछ नहीं किया। वो निर्धरित कार्यक्रम के अनुसार नीदरलैंड के लिए रवाना हो गईं। जाते जाते कह गईं कि दार्जिलिंग में हिंसक प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। बता दें कि अपना गोरखा राज्य की मांग को लेकर दार्जिलिंग में हिंसक प्रदर्शन चल रहा है। कई वाहन और सरकारी संपत्तियां फूंक दी गईं हैं। केंद्रीय गृहमंत्री तक को मामले में हस्तक्षेप करना पड़ रहा है। 5 दिन से दार्जिलिंग पूरी तरह से बंद है।
नीदरलैंड रवाना होने से पहले ममता बनर्जी ने एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि दार्जिलिंग के हालात पर उनके मंत्री नजर बनाए हुए हैं। इस बीच दार्जिलिंग में आज सुबह साढे नौ बजे तक हिंसा की कोई घटना नहीं हुई लेकिन सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं और इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।
स्थिति अब भी तनावपूर्ण : पुलिस
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'स्थिति अब भी तनावपूर्ण है। सुबह से हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है लेकिन हम अत्यधिक सतर्कता बरत रहे हैं और किसी भी प्रकार की संभावित घटना के लिए तैयार हैं।' इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं और सुरक्षा बल पूर्ण बंद के पांचवें दिन सड़कों पर गश्त कर रहे हैं। इस बंद का आहवान गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने किया है। जीजेएम पृथक गोरखालैंड के लिए आंदोलन चला रहा है।
रविवार को हुई थी हिंसा
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जीजेएम कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर 'संदेश एवं भड़काउ पोस्ट' फैलाने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। कलिमपोंग में कल एक सार्वजनिक पुस्तकालय, दो पंचायत कार्यालयों तथा एक पुलिस वाहन को आग लगा दी गयी।
दुकानें व होटल बंद
जीजेएम कार्यकर्ताओं ने पार्टी के दो समर्थकों के शवों के साथ प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि उनकी मौत 17 जून को पुलिस गोलीबारी में हुयी है। पुलिस ने सरकार और जीटीए के कार्यालयों के बाहर तथा पहाड़ियों में आने और निकलने के विभिन्न स्थानों पर चौकियां एवं अवरोधक लगाए हैं। दार्जिलिंग में दवाखानों को छोड़कर सभी अन्य दुकानें एवं होटल बंद हैं।