
अंग्रेजी न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजू जनता दल को करोड़ों रुपये का चंदा ऐसे लोगों से मिला है जो सवालों के घेरे में हैं। पार्टी फंड में एक चपरासी ने जब 1 करोड़ रुपये का चंदा दिया, तो ये मामले चर्चा में आ गया। ये चपरासी बीजेडी मुख्यालय में ही कार्यरत है। हालांकि बीजेडी ने पूरी रिपोर्ट को सिरे से नकारते हुए, इसे फर्जी करार दिया है।
खबर में बैंक से जुड़े दस्तावेजों के हवाले से बताया गया है कि बीजेडी मुख्यालय में काम करने वाले पूर्ण चंद्र पाढी नाम के चपरासी ने पार्टी के खाते में एक करोड़ रुपये का चंदा जमा कराया। पाढी ने भी इस बात से इनकार नहीं किया है। जब पाढी से पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि पार्टी फंड के लिए इकट्ठा किए गए पैसों को ही पार्टी के खाते में जमा कराया है।
बीजेडी के प्रवक्ता प्रताप देब से जब इस खबर पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया, तो उन्होंने झुंझलाते हुए कहा, 'ये कोई नया मुद्दा नहीं है, पिछले साल ओडिशा विधानसभा में इस पर चर्चा हुई थी। भाजपा और कांग्रेस के विधायकों ने भी चर्चा में हिस्सा लिया था। किसी तरह का कोई गलत ट्रांजैक्शन नहीं किया गया है।'
बताया जा रहा है कि 2009 के बाद से बीजू जनता दल ने अपने खर्च के ब्योरे से संबंधित वार्षिक तक रिपोर्ट जारी नहीं की है, जबकि जन प्रतिनिधित्व कानून के तहत ऐसा करना जरूरी होता है।