![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiZfoVAVDf0gl4NtSDOf972TC6eYuCbeu8mEbanjSa7K0AnhIV08z5Cqu9N8730FpUT8XvkXmXW48DwtCEU1DnQ8QoIfJ7gH_Jhr6I_6J2yFR0hyphenhyphen8PWYVZRM_qGmGC1dj_RhyKTOR2nJVW4/s1600/1.png)
जानकारों की मानें तो टीम इंडिया के मुख्य कोच के लिए रवि शास्त्री प्रबल दावेदार माने जा रहे है. रवि शास्त्री के बाद किसी की नाम सबसे आगे दिख रहे है तो वो है वीरेंद्र सहवाग का. सहवाग और शास्त्री के अलावा टॉम मूडी भी इस लिस्ट में प्रबल दावेदारों में से एक माने जा रहे है. आपको बताते हैं कि इन तीनों दिग्गज दावेदारों में क्या है ऐसी खासियत जिससे इन्हीं में से मुख्य कोच बनने की अटकलें प्रबल है. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और पूर्व निदेशक रवि शास्त्री मुख्य कोच के प्रबल दावेदार माने जाने के पीछे कई कारण है.
जानकारों के अनुसार यदि बीसीसीआई रवि शास्त्री का चयन टीम इंडिया के मुख्य कोच के पद के लिए करती है तो इसका सबसे बड़ा सकारात्मक पक्ष यह होगा कि वह टीम इंडिया के सेटअप से अच्छी तरह परिचित हैं. टीम को भी उनके साथ सामंजस्य बिठाने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. विश्वकप के लिए 2 साल से भी कम का समय बचा है. नए कोच का कार्यकाल 2 साल का होगा जो विश्वकप के बाद समाप्त होगा.
शास्त्री अगस्त 2014 से जून 2016 तक टीम डायरेक्टर का पद संभाल चुके हैं. उनके मार्गदर्शन में भारतीय टीम 2015 और 2016 में क्रमश: वनडे और टी 20 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल तक पहुंची थी. भारत ने शास्त्री की देखरेख में इंग्लैंड में 2014 में सीमित ओवरों की सीरीज अपने नाम की थी. श्रीलंका को उसी के घर में हराकर टेस्ट सीरीज, जबकि अपनी मेजबानी में दक्षिण अफ्रीका से सीरीज जीती थी. ऑस्ट्रेलिया में भारत टी20 सीरीज को शानदार तरीके से जीत चुका है.
जिस क्रिकेट एडवाईजरी कमेटी (CAC) को कोच चुनना है उसमें सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली है. पिछली बार जब शास्त्री ने कोच के लिए एप्लाई किया था तो सौरव गांगुली ने इसका विरोध किया था और कुंबले को कोच बनवाया था. उस समय सीएओ जैसी कोई कमेटी नहीं थी. ये निर्णय बोर्ड के अधिकारियों ने ही लिया था. लेकिन इस बार सीएओ है और उसमें गांगुली एक मुख्य सदस्य के तौर पर है. लेकिन मीडिया में ऐसी भी खबरें है कि सचिन और लक्षमण रवि शास्त्री को कोच के तौर पर पसंद करते है.
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विश्व के धुरंधर बल्लेबाजों में एक रहे वीरेंद्र सहवाग ने भी मुख्य कोच के लिए आवेदन किया है. सहवाग वर्तमान में क्रिकेट कमेंट्री कर रहे है. सहवाग को शास्त्री के बाद मुख्य कोच के रूप में दूसरा प्रबल दावेदार माना जा रहा है. जिसके पीछे कई कारण है.
सहवाग को कोचिंग का कोई पूर्व अनुभव नहीं है हालांकि वह किंग्स इलेवन पंजाब आईपीएल टीम के मेंटर रहे हैं. समझा जाता है कि बीसीसीआई के आला अधिकारियों ने उन्हें आवेदन करने के लिये राजी किया. वीरेंद्र सहवाग के सीएसी यानि क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी के सभी सदस्यों के साथ अच्छे रिश्ते है. सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्षमण और सौरव गांगुली तीनों ही सदस्यों ने वीरेंद्र सहवाग के साथ लंबे समय तक क्रिकेट खेला है. एक दौर में ये चारों भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े स्कोरर माने जाते थे.
टॉम मूडी ऑस्ट्रेलिया के मुख्य ऑल राउंडर रहे है. विश्वभर में उन्होंने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से ख्याति पाई. शांत स्वभाव और हार्डकोर प्रोफेश्नल माने जाने वाले मूडी का मूड पढ़ पाना मुश्किल है. काम को लेकर गंभीर और विवादों से दूर रहना मूडी की खासियत है. आपको बताते हैं कि क्यों मूडी भी बन सकते है टीम इंडिया के मुख्य कोच?
शास्त्री और वीरू के अलावा पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर टॉम मूडी छुपा रुस्तम साबित हो सकते हैं. यदि ऐसी स्थिति आई की सीएसी किसी भी विवाद से बचने के लिए विदेश कोच को कोचिंग की कमान सौंपने पर विचार पड़े तो ऐसे में टॉम मूडी प्रबल दावेदार हो सकते है. टॉम मूडी पूर्व में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के कोच रहे है. बड़ी टीम के पूर्व कोच के तौर पर उनकी पहचान है.
मूडी को टीम मैनेज करने के मामले में दुनिया के बेहतरीन कोचों में गिना जाता है. मूडी ने आइपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद की कोचिंग करते समय कप्तान समेत सभी खिलाड़ियों को साथ लेकर चलने की अपनी अच्छे मैनेजर की छवि बनाई है.