कहते है पूरा संसार नवग्रहों का खेल है जिन्हे कृपा होती है वो ही इसे समझ पाते है तथा बुद्धि मॆ स्थिरता पाते है। भगवतकृपा से जो माया को समझता वो ही भवसागर से मुक्त हो पाता है यह कृपा ईश्वरकृपा से निश्छल मन वाले ही प्राप्त कर पाते है। ग्रह आदमी को कभी बुलंदी पर तो कभी धूल मॆ मिला देते है। कुंडली मॆ चौथे भाव से जनता से मिलनेवाला सम्मान, सम्पत्ति तथा सुख के विषय मॆ विचार किया जाता है। अमित शाह की कुंडली मॆ उनका मेष लग्न और मेष राशि है। लग्न का स्वामी मंगल चतुर्थ यानी जनता स्थान मॆ और जनता स्थान का स्वामी चंद्रमा लग्न पर बैठा है।
इसे ज्योतिष की भाषा मॆ स्थान परिवर्तन राज़योग कहते हैं। ऐसा व्यक्ति जनता मॆ मान सम्मान सुख सम्पत्ति पाता है तथा जनता उसे मस्तक पर बिठाती है। चूंकि अमित शाह की कुंडली मॆ मंगल का खास प्रभाव है इसीलिये वे ग्रह मंत्रालय तथा भाजपा अध्यक्ष और नरेंद्र मोदी के सेनापति बनकर कार्य कर रहे है। अभी उनके रक्षामंत्री बनने की भी चर्चा है। ग्रह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय तथा सेनापति ये सब मंगल महाराज का ही कार्य है। लग्न मॆ चंद्र होने के कारण वे मां के लाडले थे।
अमित शाह की ग्रह दशा
अमित शाह की कुंडली मॆ जन्म से उन्हे सारी कारक दशा मिली सूर्य, चंद्र, मंगल, राहु तथा 2010से गुरु की दशा चल रही है जो उन्हे 2026 तक चलेगी। तीसरे स्थान का राहु परम कारक होता है। ऐसा व्यक्ति अपने सारे मिशन फतह करता है। उसे अपने जीवन मॆ हार का मुँह नही देखना पड़ता। मेष राशि की पत्री मॆ गुरु भाग्य स्थान का स्वामी होता है। दूसरे स्थान का गुरु जातक को भारी मान सम्मान तथा यश दिलाता है। वर्तमान मॆ शाह को लोकसभा मॆ भाजपा को बहुमत तथा उत्तरप्रदेश मॆ भाजपा सरकार बनने की उपलब्धि इसी दशा मॆ प्राप्त हुई। आगे यह दशा 2026 तक चलेगी ईद दशा मॆ वे भारत देश तथा भाजपा को महत्वपूर्ण उपलब्धि दिलायेंगे।