भोपाल। शहरों में बरसों से जमे शिक्षकों को गांव में पढ़ाने के लिए भेजा जाएगा। उन शिक्षकों को पहले हटाया जाएगा, जिनके विषय के पद ही नहीं और वे जमे हुए हैं। यानि गणित के पद पर भूगोल और इतिहास पढ़ाने वाले शिक्षक अब शहरों में नहीं चलेंगे। स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने शुक्रवार को ये घोषणा विधानसभा में सोहनलाल बाल्मीक के सवाल के जवाब में की। उन्होंने बताया कि शहरों में करीब 20 हजार शिक्षक ज्यादा हैं।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि नगरीय निकायों की शैक्षणिक संस्थाओं में अतिशेष अध्यापकों को उसी निकाय के दूसरे स्कूलों में पदस्थ किया जाएगा। भले ही अध्यापकों की नियुक्ति स्कूल शिक्षा विभाग ने न की हो पर इनका प्रशासकीय नियंत्रण स्कूल शिक्षा विभाग के पास है।
चाहे हमारी सरकार हो या फिर आपकी, गांवों से जुगाड़ लगाकर शिक्षक शहर में आ गए। 20 हजार शिक्षक अतिशेष हैं। इन्हें गांव में भेजने का काम किया जा रहा है। वे शिक्षक, जिन्हें सेवानिवृत्त होने में एक साल बचा है, पति-पत्नी एक साथ में हो या फिर गंभीर बीमार हों, उनको छोड़कर सभी को गांव भेजा जाएगा।
मंत्री ने सदन में माना कि शहरों में गणित विषय के शिक्षक भूगोल या इतिहास पढ़ा रहे हैं। इसी तरह अन्य विषयों का हाल है। इस पर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि ऐसा न हो कि फिर जुगाड़ लग जाए और प्रक्रिया धरी की धरी रह जाए। स्कूल शिक्षा मंत्री ने भरोसा दिलाया कि किसी का रिश्तेदार जुगाड़ से अब शहर में नहीं रह पाएगा।