BHOPAL: प्रदेश के ढाई लाख से ज्यादा अध्यापक 23 जुलाई को अपनी मांगों लिए विधानसभा का घेराव करेंगे। राज्य अध्यापक संघ ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। संघ के अध्यक्ष जगदीश यादव ने कहा कि इसके बावजूद सरकार ने शिक्षकों की मांगें नहीं मानी तो 24 जुलाई से बेमियादी हड़ताल की जाएगी।
शिक्षकों की मांग है कि शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को भी उसी दिन से सांतवें वेतनमान का लाभ दिया जाए, जिस दिन से अन्य विभागों के कर्मचारियों को दिया जा रहा है। इसके अलावा शिक्षकों के लिए स्थानांतरण पॉलिसी बंधन रहित बनाई जाए और अनुकंपा नियुक्तियां शुरू की जाएं। यादव ने बताया कि 23 जुलाई को सुबह 11 बजे प्रदेशभर के शिक्षक राजानी पार्क में जमा होंगे। वहां से रैली के रूप में विधानसभा पहुंचेंगे।
याद दिला दें कि मुरलीधर पाटीदार के नेतृत्व में गठित हुआ राज्य अध्यापक संघ, मध्यप्रदेश का एकमात्र ताकतवर अध्यापक संगठन हुआ करता था। पाटीदार ने भी राज्य अध्यापक संघ के बैनर तले कई प्रदर्शन किए और अपना कद बढ़ाया। 2013 के विधानसभा चुनाव से पहले पाटीदार ने 6वां वेतनमान के लिए मध्यप्रदेश भर से अध्यापकों को एकजुट किया और भूख हड़ताल पर बैठ गया। कुछ दिनों बाद बिना वेतनमान के हड़ताल खत्म हो गई और भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों की लिस्ट में मुरलीधर पाटीदार का भी नाम था। तब से राज्य अध्यापक संघ ने मध्यप्रदेश में कोई बड़ा कार्यक्रम या प्रदर्शन नहीं किया है।
याद दिला दें कि मुरलीधर पाटीदार के नेतृत्व में गठित हुआ राज्य अध्यापक संघ, मध्यप्रदेश का एकमात्र ताकतवर अध्यापक संगठन हुआ करता था। पाटीदार ने भी राज्य अध्यापक संघ के बैनर तले कई प्रदर्शन किए और अपना कद बढ़ाया। 2013 के विधानसभा चुनाव से पहले पाटीदार ने 6वां वेतनमान के लिए मध्यप्रदेश भर से अध्यापकों को एकजुट किया और भूख हड़ताल पर बैठ गया। कुछ दिनों बाद बिना वेतनमान के हड़ताल खत्म हो गई और भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों की लिस्ट में मुरलीधर पाटीदार का भी नाम था। तब से राज्य अध्यापक संघ ने मध्यप्रदेश में कोई बड़ा कार्यक्रम या प्रदर्शन नहीं किया है।