

इन लड़कियों ने आयोग को बताया कि वहां उनसे मारपीट की जाती थी और उन्हें कई-कई दिनों तक भूखा रखा जाता था। इन लड़कियों ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि उन्हें 30-30 लोगों के साथ सोने के लिए मजबूर किया जाता था। यदि कोई लड़की ऐसा करने से मना करती थी, तो उसके साथ बहुत ज्यादा मारपीट होती थी और उसे कमरे में बंद रखा जाता था।
लड़कियों ने बताया कि जीबी रोड पर लाने से पहले उन्हें मजनूं की टीला पर एक मकान में रखा जाता था और वहां उनका रेप किया जाता था। इस मसले पर स्वाति जयहिंद ने कहा कि जीबी रोड के 100 मीटर पर पुलिस स्टेशन है। नाबालिग लड़कियो को बेचा जा रहा है और पुलिस को इसकी कोई सूचना नहीं रहती है।
