मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन ने उस आवासीय स्कूल के 12 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है, जिसमें 70 लड़कियों को प्रधानाध्यापक ने पीरियड्स की जांच करने के लिए कथित तौर पर कपडे़ उतारने को मजबूर किया था। बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्र प्रकाश यादव ने बताया कि स्कूल की प्रधानाध्यापक सह वार्डन को खतौली में 29 मार्च को हुई इस घटना के तुरंत बाद ही बर्खास्त कर दिया गया था।
उन्होंने बताया, '7 शिक्षक और 1 अकाउंटेंट सहित 12 कर्मचारियों को कल बर्खास्त किया गया। जांच में यह पाया गया कि ये लोग पीरियड्स की जांच के लिए जबरन कपडे़ उतरवाने के मामले में जिम्मेदार थे। शिक्षा अधिकारी ने बताया कि मजिस्ट्रेट के जरिए यह जांच की गई है। छात्राओं के माता-पिता ने एक शिकायत में आरोप लगाया था कि स्कूल की प्रधानाध्यापक ने लड़कियों को कपडे़ उतारने के लिए मजबूर किया था और आदेश नहीं मानने पर उन्हें परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।
यादव ने बताया कि कई छात्राएं प्रिंसिपल पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आगे आईं थीं। पूरी घटना मार्च महीने की है। प्रताड़ना से तंग आकर कई छात्राओं ने छात्रावास छोड़ दिया था। घटना सामने आते ही कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने जांच के आदेश दिए थे। इसी जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है।