
यहां ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम सुनने के लिए रेडियो लगाया गया था, रेडियो को लाउडस्पीकर से जोड़ा गया था। ठीक 11 बजे जैसे ही आॅल इंडिया रेडियों पर ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम का प्रसारण शुरू हुआ वैसे पूरे परिसर में पिन ड्राॅप साॅयलेंस छा गया। लोग रेडियो से निकलती प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की आवाज में पूरी तरह से डूब गए। राजमार्ग के किनारे स्थित गुरूद्वारे के परिसर में शांत भाव से बैठकर रेडियो सुनते कांवड़ियों को देखकर मार्ग से निकलने वाले वाहन चालक और यात्री भी हैरान होते रहे। कांवड़ियों के साथ गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों और सेवादारों ने भी साथ बैठकर ‘‘मन की बात’’ सुनी।

गौरतलब है कि रविवार को प्रसारित ‘‘मन की बात’’ में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने गंदगी भारत छोड़ो, गरीबी भारत छोड़ो, भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, आतंकवाद भारत छोड़ो, जातिवाद भारत छोड़ो और सम्प्रदायवाद भारत छोड़ो का नारा दिया तो कांवड़यात्रा के संयोजक-विधायक रामेश्वर शर्मा द्वारा 8 हजार कांवड़ियों के दोनो हाथ खड़े करवाकर इन विषयांे पर सकारात्मक भागिदारी निभाने का संकल्प दिलाया गया।
उमरिया गुरूद्वारे में कांवड़ियों का भव्य स्वागत
‘‘कमश्र्री’’ की कांवड़यात्रा दूसरे दिन रविवार सुबह अपने पहले पड़ाव बरखेड़ा से रवाना होकर सुबह तक 10 बजे उमरिया पहुंच गई है। उमरिया गुरूद्वारे में गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से कांवड़ियों का भव्य स्वागत किया गया। यहां कांवड़ियों के रूकने ओर जल-पान की व्यवस्था भी की गई थी। यहां कांवड़यात्रा में शामिल सभी कांवड़ियों का गुरूद्वार प्रबंधक कमेटी की ओर से अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर गुरूद्वारे प्रबंधक समिति के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह, सचिव राजेंद्र सिंह, शिवराज सिंह गिल, सुरजीत सिंह गिल, भी मौजूद थे। गौरतलब है कि यहां से यात्रा दोपहर 12ः30 बजे औबेदुल्लागंज पहुंचेगी जहां नगर पंचायत परिषद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय नागरिक कावंड़ियों द्वारा कांवड़ियों का स्वागत दिया जाएगा।
यहां कांवड़ियों के लिए दोपहर भोजन की व्यवस्था की गई है। इसके पश्चात कांवड़िए अपने दूसरे पड़ाव मंडीदीप के लिए रवाना होंगे और सांय लगभग 5 बजे मंडीदीप पहुंचकर वहां रात्री विश्राम करेंगे। मंडीदीप में पचास से अधिक स्थानों पर कांवड़ियों के स्वागत की तैयारियां की जा रही है। यह कांवड़यात्रा शनिवार सुबह होशंगाबाद के सेठानी घाट से नर्मदा जल कांवड़ में भरकर अपने गंतव्य भोपाल की ओर रवाना हुई थी। कांवड़ियों ने पहले दिन रात्री विश्राम बरखेड़ा और उमरिया में किया।
गुरूद्वारे में अरदास और राष्ट्रगान
‘कर्मश्री’ की कांवड़यात्रा में विभिन्न संकल्पों के प्रति जनजागरण के साथ-साथ युवाओं में राष्ट्र चेतना के प्रसार का संकल्प भी लिया गया है। इस हेतु कांवड़यात्रा में सबसे आगे दो राष्ट्रध्वज हाथों में लिए हुए कांवड़िए आगे-आगे चल रहे हैं। इसी संकल्प को ध्यान में रखते हुए कांवड़यात्रा में प्रतिदिन सामूहिक राष्ट्रगान भी किया जा रहा है। इसी तारतम्य में रविवार सुबह उमरिया गुरूद्वारे में अरदास करने उपरांत कांवड़यात्रा के संयोजक, विधायक रामेश्वर शर्मा ने सभी कांवड़ियों को सामूहिक राष्ट्रगान कराया। सभी ने गुरूद्वारे के समक्ष खड़े होकर सामूहिक राष्ट्रगान किया और भारत माता की जय सहित जो बोले सो निहाल-सत श्री अकाल का जयघोष भी किया।
गुरूओं का प्रसाद चख कर ही भारत शक्तिशाली हुआ है: रामेश्वर शर्मा

उन्हीं की कुर्बानी के कारण ही आज हमारे धर्म का अस्तित्व है। उमरिया गुरूद्वारे में कांवड़ियों को संबोधित करते हुए कांवड़यात्रा के संयोजक रामेष्वर शर्मा ने उक्त विचार व्यक्त किए। उन्होने कहा कि गुरूओं का हमारे हिन्दुस्तान पर बड़ा उपकार है। आज भी सिक्ख धर्म के अनुयायी गुंरूओं के मार्ग पर चलते हुए समाज के सामने त्याग, समर्पण और सेवा की मिसाल पेश करते हैं। हर बार यहां कांवड़ियों का स्वागत ही नहीं होता अपितु कांवड़ियों की प्रेम के साथ सेवा होती है।