नई दिल्ली। असम के राज्यपाल श्री बनवारीलाल पुरोहित का एक बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि चीन हमसे ताकतवर है। उन्होंने एक कार्यक्रम को दौरान चीन से युद्ध ना करने की नसीहत दी है। याद दिला दें कि शुक्रवार को रक्षामंत्री अरुण जेटली ने चीन की धमकी का जवाब देते हुए कहा था कि 1962 और 2017 के भारत में काफी बदलाव आ गया है। चीन किसी गलतफहमी में ना रहे।
रिपोर्ट्स के अनुसार पुरोहित ने कहा कि भारत और चीन दोनों एक-दो साल आगे-पीछे ही आजाद हुए हैं लेकिन आज परिस्थिति यह है कि हम चीन से डरते हैं। उससे लड़ाई में हम पीछे हट रहे हैं क्योंकि वो हमसे ताकत में कहीं आगे है।
बता दें कि सीमा पर चीन द्वारा अनाधिकृत सड़क निर्माण का विरोध किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। चीन ने ना सिर्फ भारत की कैलाश मानसरोवर यात्रा रद्द कर दी बल्कि भारत को धमकी भी दी कि वो 1962 के युद्ध को ना भूले। इसके बाद रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को एक बयान में चीन को करारा जवाब देते हुए कहा था कि 1962 और 2017 में काफी अंतर है। अब हम पहले जैसे नहीं रहे।
बनवारीलाल पुरोहित का परिचय
नागपुर महाराष्ट्र मूल के बनवारीलाल पुरोहित ने अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस से जुड़कर शुरु की थी। नागपुर लोकसभा सीट से वें सन 1984 और 1989 में सांसद बने थे। बाद में राम मंदिर के मुद्दे को लेकर उन्होंने कांग्रेस छोड़ी और बीजेपी में शामिल हो गए। सन 1991 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के दत्ता मेघे ने उन्हे हराया था। इसके बाद सन 1996 में बनवारीलाल नागपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद बने थे।
गड़करी मुंडे, महाजन पर आरोप लगाकर छोड़ी थी पार्टी
सासंद बनने के दो साल बाद ही बनवारीलाल पुरोहित ने अपने ही पार्टी के कद्दावर नेताओं पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। नितिन गडकरी, गोपीनाथ मुंडे और प्रमोद महाजन आदि नेताओं को उन्होंने अपना टारगेट बनाया था। इसके चलते उन्होंने बीजेपी का दामन छोड़कर अपनी खुद की पार्टी बना ली थी लेकिन 11 साल बाद याने 2009 में वे वापस बीजेपी से जुड़ गए। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस बनवारीलाल पुरोहित को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं।