नई दिल्ली। चीन में धार्मिक मामले के मंत्रालय ने कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं को आदेशित किया है कि वो तत्काल अपने इष्ट देव की पूजा करना बंद कर दें। यदि वो मार्क्सवादी नास्तिक का ऐलान नहीं करते तो सजा के लिए तैयार रहें। स्पष्ट रूप से कहा गया है कि आपको धर्म या सजा में किसी एक को चुनना होगा। बता दें कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी आधिकारिक तौर पर किसी भी धर्म का पालन नहीं करती लेकिन देश में लोगों को अपनी धार्मिक मान्यताओं का पालन करने की आजादी है।
पार्टी की फ्लैगशिप मैगजीन ने अपने ताजा संस्करण में डायरेक्टर ऑफ द स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन फॉर रिलीजियस के वांग जुआन के हवाले से लिखा कि पार्टी के सदस्यों को किसी भी धर्म का पालन नहीं करना चाहिए, ये सभी सदस्यों के लिए एक ‘रेड लाइन’ है। वांग ने कहा कि पार्टी के आधिकारिक नियम में ये ‘रेड लाइन’ ही है। पार्टी ने लोगों को धार्मिक आजादी देकर अपनी सहनशीलता को दिखाया लेकिन ये आजादी पार्टी के 9 करोड़ से ज्यादा सदस्य के लिए नहीं है। लेख में आगे कहा गया कि पार्टी पहले भी ऐसे लोगों को निष्कासित करने की मांग करती रही है जो धार्मिक आस्थाओं का पालन करते हैं।
लेख में आगे कहा गया कि पार्टी बार-बार अपने नियमों को दोहराती रही है। सदस्यों को अर्थव्यवस्था के विकास और संस्कृति की विविधीकरण के नाम पर धार्मिक मामलों में सहयोग करने या उससे जुड़ने के लिए मना किया जाता है। पार्टी सदस्यों को हर हाल में मार्क्सवादी नास्तिक होना चाहिए। अगर वो ऐस करते हैं तो उन्होंने पार्टी के सख्त नियमों का सामना करने के लिए लिए तैयार रहना चाहिए। पार्टी के किसी भी सदस्यों को धार्मिक आजादी नहीं है। वहीं अन्य लेख में एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि इससे पार्टी को एकता को क्षति पहुंचती है।
वहीं चाईनीज पीपुल्स पॉलिटिकल कांसुलेटिव कॉन्फ्रेंस में एथिक एंड रिलीजियस कमिटी के चेयरमैन झू विक्यून ने मामले में कहा कि कुछ लोगों का कहना है कि पार्टी के बुद्धिजीवी लोग पार्टी में धार्मिक मान्यताओं को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसा करना पार्टी के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। वहीं वांग ने कहा कि विदेशी ताकते चीन में घुसपैठ करने के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रही है। जो कि देश की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है।