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लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े ने बताया कि डिमरी पनागर निवासी आकाश साहू के दादा बेड़ीलाल (81) ने लगभग 30 साल पहले मंगेला में चार एकड़ जमीन खरीदी थी। कुछ दिन पहले वह अपनी जमीन के बारे में नक्शा निकालने की बात करने गया था। यहां पटवारी हल्का नं 21 सीमा कटारे ने उसे बताया कि उसके नाम पर दो एकड़ ही जमीन है। पटवारी ने बताया कि विभाग की गलती से उसकी दो एकड़ जमीन दूसरे के नाम पर हो गई है। उसने यह गलती सुधरवाने के नाम पर 50 हजार रुपए रिश्वत मांगे, बाद में मामला 20 हजार में तय हुआ।
कटंगी स्थित घर में बने दफ्तर पर बुलाया था
पटवारी सीमा ने किश्तों में रिश्वत की रकम देने के लिए कह दिया। इसके बाद उसने पहले 10 हजार रुपए दिए। गुरुवार को एक हजार रुपए और फिर शुक्रवार को 9 हजार रुपए लेकर कटंगी शंकर नगर स्थित कार्यालय में बुलाया था।
रिश्वत लेने के लिए कुत्ता कमरे में बंद किया, लोकायुक्त को देखते ही खोलने लगी
पीड़ित को देखकर कुत्ते को अंदर कमरे में बंद कर दिया था। इसके बाद जैसे ही लोकायुक्त टीम अंदर पहुंची। पटवारी सीमा ने अपने पति को देखने की बात कहकर अंदर जाने को कहने लगी। टीम समझ गई थी कि पटवारी कमरे में बंद बुलडॉग को खोलने जा रही है। यदि कुत्ता खुल जाता, तो वह कुत्ता इतना बड़ा था कि टीम पर हमला कर देता। इससे टीम के सदस्यों को मौके से भागना पड़ता।
फरीयादी के दस्तावेज फांड़े
महिला ने सबूत मिटाने के लिए फरीयादी के दस्तावेज फांड़ दिए और उसके दो टुकडे ही किए थे कि लोकायुक्त टीम के साथ गई महिलाओं ने उसे पकड़ लिया। दस्तावेजों में स्टाप, आवेदन, आर्डरशीट शामिल थी।
पंचनामा में बनाई जब्ती
पंचनामा कार्रवाई के दौरान टीम ने फटे हुए दस्तावेजों को जोड़कर चिपकाया है। इसमें दस्तावेज फाड़ने की बात का भी उल्लेख किया गया है। यह सब देखकर महिला पटवारी सीमा ने आत्महत्या करने की धमकी देने लगी।
योजना बनाकर दी गई दबिश
डीएसपी झरबड़े ने बताया कि उन्होंने निरीक्षक अजय तिवारी, मनोज गुप्ता, आरक्षक गोविंद, सोनू चौकसे, राकेश विश्वकर्मा और मीना कोठार की टीम बनाकर योजनाबद्ध तरीके से दबिश देने की तैयारी की। आकाश को रुपए लेकर पटवारी सीमा के पास भेजा। पटवारी ने रुपए लेकर अपने पर्स के नीचे रखे और तभी उन्होंने टीम के साथ अंदर घुसी और उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पर्स और टेबिल में लगे कांच के नीचे मिले।