
मीटिंग में पहुंचने से पहले आरजेडी के सभी मंत्री लालू से मिलने उनके घर पहुंचे। इसके बाद गाड़ियों का एक काफिला लालू के घर से कैबिनेट मीटिंग के लिए निकला। खास बात ये है कि इस मीटिंग से मीडिया को दूर रखा गया। मीटिंग के बाद नीतीश ने तेजस्वी को अपने चैंबर में बुलाया और करीब 45 मिनट बात की। इस दौरान कांग्रेस कोटे से मिनिस्टर अशोक चौधरी भी मौजूद थे।
तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई की ओर से दर्ज मामले के बाद से बिहार में सियासी पारा बढ़ा हुआ है। अपोजिशन और खासकर बीजेपी तेजस्वी के इस्तीफे की मांग कर रही है। जबकि लालू की पार्टी इसे बीजेपी की सियासी साजिश बता रही है। जेडीयू ने साफ तौर पर तो इस्तीफा नहीं मांगा लेकिन कहा कि तेजस्वी को आरोपों का जवाब देना चाहिए। जेडीयू ने ये भी कहा कि नीतीश कुमार की कैबिनेट में कोई भी दागी मंत्री नहीं रहेगा। इस मुद्दे को लेकर आरजेडी और जेडीयू में काफी बयानबाजी हुई लेकिन, महागठबंधन की तीसरी पार्टी कांग्रेस बीच का रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है।