नई दिल्ली। पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने खुलासा किया है कि उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक एक पत्रकार के तीखे सवाल का जवाब देने के लिए की थी। उन्होंने कहा कि वो सवाल मुझे चुभ गया था। परेशान कर रहा था। यह सवाल था 'क्या आपमें देश के पश्चिमी मोर्चे पर भी ऐसा करने का साहस एवं क्षमता है।' पत्रकार ने सवाल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर से पूछा था परंतु वो रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को चुभ गया और उन्होंने 'सर्जिकल स्ट्राइक' करके सवाल का जवाब दिया।
गोवा के मुख्यमंत्री ने उघोगपतियों की एक सभा को संबोधित करते हुए इस बात का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि पीओके में आतंकवादियों पर किए गए लक्षित हमलों की योजना 15 महीने पहले बनी थी। गौरतलब है कि 4 जून 2015 को पूर्वोतर के आंतकी समूह ने मणिपुर के चंदेल जिले मे भारतीय सेना के एक काफिले पर हमला किया था। इसमें 18 जवान शहीद हो गए थे।
पर्रिक्कर ने कहा कि मैं अपमानित महसूस कर रहा था। एक छोटे से आतंकी संगठन, जिसमें 200 आतंकी थे और उसने सेना के 18 जवानों की जान ले ली। इसके बाद हम दोपहर में बैठे और सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाई। इसके बाद 8 जून को भारत ने भारत-म्यांमार की सीमा पर टार्गेटेड हमले कर करीब 70-80 उग्रवादियों को मार गिराया।
यह सेना का एक सफल अभियान था। इसके लिए किसी हेलिकॉप्टर का यूज नहीं किया गया था। हालांकि, हमने आपात स्थिति में जवानों को निकालने के लिए हेलिकॉप्टर को स्टैंडबाय मोड पर रख रखा था। इसके बाद पर्रिकर ने कहा कि उन्हें (मीडिया के) एक सवाल का बहुत बुरा लगा था जिसमें केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सैन्यकर्मी राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से एक पत्रकार ने पूछा था कि क्या आपमें देश के पश्चिमी मोर्चे पर भी ऐसा करने का साहस एवं क्षमता है।
पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने तब ध्यान से सवाल को था सुना, लेकिन इसका जवाब सही समय पर देने का फैसला किया। इसी सवाल ने उन्हें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पिछले साल किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाने के लिए प्रेरित किया था।