नई दिल्ली। राजस्थान के नागौर में गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग को लेकर जमा हुए करीब 50 हजार राजपूतों ने शाम ढलते ही पुलिस पर हमला बोल दिया। हमले में कई पुलिस वाले घायल हुए, बाकी सभी ने भागकर अपनी जान बचाई। थोड़ी देर बाद पुलिस ने फायरिंग खोल दी। लाठीचार्ज किया गया। गुस्साए राजपूतों ने पुलिस के वाहन फूंक डाले। कलेक्टर ने पूरे नागौर की बिजली काट दी और इंटरनेट बंद कर दिया। समाचार लिखे जाने तक तनाव जारी था। इस दौरान कितने घायल हुए, कितना नुक्सान हुआ, पता नहीं चल पा रहा है।
नागौर में आनंदपाल एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग लेकर करीब 50 हजार राजपूत जमा हैं। बुधवार शाम अचानक भीड़ का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया। उपद्रव शुरू होते ही कुछ लोगों ने पुलिस के वाहनों में आग लगा दी। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए फायरिंग की, जिसमें राजपूत समाज के तीन लोग जख्मी हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस बल ने पूरे इलाके को चारों तरफ से घेर लिया।
हिंसा भड़कने की ख़बर के फौरन बाद सरकार ने नागौर में इंटरनेट और बिजली की सप्लाई बंद कर दी है। बताते चलें कि आनंदपाल की मौत के बाद से ही उसके गांव सांवराद में हजारों की संख्या में राजपूत समाज के लोग जुटे हैं। उन्होंने रेल की पटरी पर भी कब्जा किया हुआ है। हिंसा के दौरान घायल हुए पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। इलाके में तनाव देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।