ये है पश्चिम बंगाल में हिंदू महिलाओं पर अत्याचार का सच

Bhopal Samachar
नई दिल्ली। भड़काऊ बयानों के बाद अब सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट का चलन आम हो गया है। इन दिनों पश्चिम बंगाल में 'हिंदुत्व खतरे में है' इस तरह का केंपेन चलाया जा रहा है। चुनाव से पहले यूपी में भी हिंदुत्व खतरे में था। जो लोग सोशल मीडिया पर बार बार बता रहे थे कि यूपी में पाकिस्तान पनप रहा है, अब वो बिल्कुल नहीं बता रहे कि उन इलाकों का क्या हुआ। अब क्या हालात हैं। अब सारा फोकस पश्चिम बंगाल पर है। एक तस्वीर को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है और बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में हिंदू महिलाओं के साथ किस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। आइए हम बताते हैं इस 'भड़काऊ पोस्ट' का असली सच। 

सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर में सफेद रंग की बड़ी-बड़ी गाड़ियां दिख रही हैं। गुंडों के सरदार की तरह दिखने वाला एक आदमी महिला की साड़ी खींच रहा है। आसपास खड़े बाकी लोग हंस रहे हैं और भीड़ दहशत में दिखाई दे रही है। महिला के पास रखी ये फूस, कच्ची सड़क और पीछे दिख रहे मकान ये बता रहे हैं कि तस्वीर किसी गांव की है। गाड़ी के पास नीली जींस पहने जो शख्स खड़ा है उसके हाथ में एक तलवार भी है।

इस तस्वीर के जरिए दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के राज में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर लोग ये भी कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री ममता के राज में हिंदू महिलाओं की इज्जत से खिलवाड़ हो रहा है।

क्या है वायरल हो रही तस्वीर का सच?
यह तस्वीर एक भोजपुरी फिल्म ‘औरत खिलौना नहीं’ से ली गई है। गूगल पर इस फिल्म की हजारों तस्वीरें मिल जाएंगी। एबीपी न्यूज के टेक्निकल एक्सपर्ट्स ने बताया कि दो घंटे 40 मिनट की इस फिल्म में 2 घंटे 11वें मिनट वो सीन आता है, जिसे सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। वायरल तस्वीर में जिन्हें, प्रताड़ित हिंदू महिला बताकर पेश किया गया वो भोजपुरी फिल्मों की अभिनेत्री रिंकू घोष हैं। हमारी पड़ताल में वायरल तस्वीर झूठी साबित हुई है।

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