स्पोर्ट्स डेस्क। अंतिम समय में काफी रोमांचक हो गए महिला वर्ल्डकप के फाइनल मैच भारत के हाथ से निकल गया। अंतिम 5 ओवरों में कुछ ऐसा हुआ जैसे भाग्य ने भारत का साथ छोड़ दिया हो। हाथ में आया मैच एक के बाद एक विकेट के कारण हार गई। अंग्रेजो के लॉर्डस खेल मैदान में हुए इस मैच में भारत की तरफ उतरी महिला खिलाड़ियों को मैदान का कोई अनुभव नहीं था, जबकि इंग्लैंड की टीम को वर्ल्डकप फाइनल का 3 बार का अनुभव है और इस मैदान का भी। इसी का फायदा इंग्लैंड को मिला और अंतिम क्षणों में मैच का फैसला बदल गया।
महिला विश्वकप के फाइनल में इंग्लैंड द्वारा जीत के लिए दिए 229 रन के लक्ष्य का पीछा करने टीम इंडिया की पूनम राउत और स्मृति मंधाना की जोड़ी उतरी लेकिन इस बार ये जोड़ी पहले लीग मैच की तरह बल्लेबाजी नही कर सकी। मंधाना खाता खोले बगैर श्रबसोल की गेंद पर बोल्ड हो गईं। इसके बाद पारी संभालने आई कप्तान मिताली राज भी महज 17 रन बनाकर रन आउट हो गईं। पूनम राउत 86 रन पर श्रबसोल की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गईं। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आई सुषमा खाता भी नहीं खोल सकीं और हार्टले की गेंद पर बोल्ड हो गईं।
राउत ने 75 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। यह उनके करियर का 10वां अर्धशतक है। इसके बाद हरमनप्रीत ने 75 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसके बाद वह ज्यादा देर तक मैदान में नहीं टिक सकीं। 51 रन पर वह एलेक्स हार्टले की गेंद पर बाउंड्री पर कैच दे बैठीं।
लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले जा रहे 11वें महिला विश्वकप के फाइनल में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड ने निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट पर 228 रन बनाए। विश्व चैंपियन बनने के लिए टीम इंडिया को 229 रन बनाने हैं।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत सधी हुई रही। 12 वें ओवर में 47 के स्कोर पर इंग्लैंड ने पहला विकेट गंवाया। इसके बाद इंग्लिश टीम ने जल्दी-जल्दी दो विकेट गंवाए। लेकिन चौथे विकेट के लिए सारा टेलर और स्कीवर की जोड़ी ने चौथे विकेट के लिए 83 रन जोड़े और इंग्लैंड को 100 रन के पार पहुंचाया। हालांकि लगातार अंतराल पर विकेट गंवाने के कारण इंग्लैंड की रन गति को ज्यादा नहीं बढ़ा सका। झूलन गोस्वामी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 23 रन देकर 3 विकेट हासिल किए। उन्होंने मध्यम क्रम में बड़े विकेट हासिल कर इंग्लैंड को 250 से ज्यादा रन तक पहुंचने से रोक दिया।
इंग्लैंड के लिए पारी की शुरुआत लॉरेन विनफील्ड और टैमी बीमोंट की जोड़ी ने की। पहले विकेट के लिए दोनों ने 11 ओवर में 47 रन जोड़े। 12वें ओवर की पहली गेंद पर विनफील्ड गायकवाड़ की गेंद पर गच्चा खाकर बोल्ड हो गईंं। उन्होंने 24 रन बनाए। भारतीय टीम को दूसरी सफलता के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ा। 15वें ओवर में पूनम यादव की गेंद पर बीमोंट लॉफ्टेड शॉट खेलने की कोशिश में बाउंड्री पर झूलन गोस्वामी को कैैच दे बैठीं। बीमोंट ने 23 रन बनाए। दो विकेट जल्दी-जल्दी गंवाने के बाद बल्लेबाजी के लिए आई इंग्लैंड की कप्तान हीदर नाइट ज्यादा देर तक मैदान पर नहीं रह सकीं। 17वें ओवर की पहली गेंद पर पूनम यादव ने उन्हें एलबीडब्ल्यू कर पवेलियन वापस भेज दिया। हालांकि फील्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट करार दिया था लेकिन रिव्यू में तीसरे अंपायर ने उन्हें पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। वह 7 गेंद में केवल 1 रन बना सकीं।
इंग्लैंड को शुरुआती झटकों से उबारने में जुटी सारा टेलर और स्कीवर की जोड़ी ने चौथे विकेट के लिए 83 रन जोड़े। 33वें ओवर में कप्तान मिताली ने एक बार फिर झूलन गोस्वामी के हाथों में गेंद सौंपी। झूलन ने कप्तान को निराश नहीं किया और टीम इंडिया को ओवर की चौथी और पांचवीं गेंद पर दोहरी सफलता दिला दी। पहले सारा टेलर को विकेट कीपर सुषमा के हाथों कैच कराकर चौथे विकेट की साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद अगली गेंद पर शानदार यॉर्कर पर फ्रैन विल्सन को पहली ही गेंद पर खाता खोले बगैर पवेलियन भेज दिया। इसके साथ ही टीम इंडिया ने मैच में शानदार वापसी की। सारा टेलर अर्धशतक से चूक गईं। टेलर ने 62 गेंद में 45 रन बनाए। झूलन ने अपनी गेंदों से कहर बरपाना इसके बाद भी जारी रहा। अपने 9वें ओवर की पहली गेंद पर उन्होंने अर्धशतक जड़ने वाली स्कीवर को बड़ी पारी खेलने से रोक दिया। स्कीवर 51 रन बनाने के बाद झूलन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गईं। इंग्लैंड को बड़े स्कोर की तरफ पहुंचाने की कोशिश कर रही कैथरीन ब्रंट 46वें ओवर की आखिरी गेंद पर दीप्ति शर्मा के शानदार डायरेक्ट थ्रो पर रन आउट हो गईं। ब्रंट ने 34 रन बनाए। अंत में इंग्लैंड ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 228 रन बनाए। जेनी गन 25 और लौरा मार्श 14 रन बनाकर नाबाद रहीं।
झूलन गोस्वामी टीम इंडिया की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज रहीं। उन्होंने 10 ओवर में 23 रन देकर 3 विकेट हासिल किए। झूलन ने सारा टेलर, नताली स्कीवर और फ्रैन विल्सन का को आउट कर इंग्लैंड के मध्यम क्रम की कमर तोड़ दी और टीम इंडिया की मैच में वापसी करा दी। उनके अलावा पूनम यादव ने 36 रन पर 2 विकेट और राजेश्वरी गायकवाड़ ने 49 रन पर 1 विकेट हासिल किया।
प्लेइंग इलेवन
इंग्लैंड - लॉरेन विनफील्ड, टैमी बीयूमोंट, हीथर नाइट (कप्तान), साराह टेलर (विकेटकीपर), नटाली सीवर, फ्रेन विलसन, कैथरिन ब्रंट, जेनी गन, एनी श्रबसोल, एलेक्स हार्टले, लौरा मार्श।
भारत - पूनम राउत, स्मृति मंधाना, मिताली राज (कप्तान), हरमनप्रीत कौर, दीप्ति शर्मा, वेदा कृष्णमूर्ति, शिखा पांडे, सुषमा वर्मा (विकेटकीपर), झूलन गोस्वामी, राजेश्वरी गायकवाड़, पूनम यादव।