
ऐसी सभी शालाओं में अतिथि शिक्षकों के न होने से पढ़ाई व्यवस्था चरमराई हुई है। यदि संस्था में नियमित शिक्षक अध्यापक हैं तो वे एडमिशन एवं अन्य कार्यो में लगे हुये हैं। राज्य अध्यापक संघ के जिला शाखा अध्यक्ष डी.के.सिंगौर ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि खराब परीक्षा परिणाम के चलते इस वर्ष शिक्षा में गुणवत्ता को लाने विशेष जोर देने की बात कही जा रही है लेकिन अब तक अतिथि शिक्षक भर्ती के निर्देश प्राप्त न होना चिंता का विषय है।
निर्देश प्राप्त होने के बाद भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने में कम से कम 20 दिन का समय तो लगता ही है। चूंकि अभी संविदा शिक्षकों की कोई भर्ती प्रक्रिया नहीं होनी है अतः यह तय है कि इस वर्ष भी शैक्षणिक व्यवस्था अतिथि शिक्षकों के भरोसे ही रहनी है। अतः शीघ्र दिशा निर्देश जारी करने की मांग की गई है।