भरत अरुण की नियुक्ति को लेकर रवि शास्त्री अपनी बात मनवाने में सफल रहे। इस नियुक्ति के बाद शास्त्री ने जो कुछ कहा उससे ऐसा लगा कि वे सीओए और खासतौर पर सौरव गांगुली पर तंज कस रहे हैं। हर कोई इस बात से वाफिक है कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और रवि शास्त्री के बीच संबंध मधुर नहीं है। पिछले वर्ष जब अनिल कुंबले को टीम इंडिया का मुख्य कोच बनाया गया था तो इसके बाद शास्त्री और गांगुली ने एक-दूसरे के खिलाफ तल्ख बयान दिए थे। पिछले वर्ष भी शास्त्री कोच पद की दौड़ में थे लेकिन कुंबले से पिछड़ गए थे।
भरत अरुण के बॉलिंग कोच बनाए जाने का टीम इंडिया के नवनियुक्त कोच रवि शास्त्री ने बचाव किया है। बॉलिंग कोच के मुद्दे पर मचे बवाल के बीच रवि शास्त्री ने कहा कि भरत अरुण और जहीर खान में तुलना बेकार है। जहीर खान को एक बेहतरीन गेंदबाज़ करार देते हुए रवि शास्त्री ने भरत अरुण के चयन का बचाव किया। रवि शास्त्री का तर्क था कि असल मुद्दा ये है कि बेहतरीन कोच कौन साबित हो सकते हैं। इतना ही नहीं रवि शास्त्री ने भरत अरूण और जहीर खान की तुलना करने वालों से कहा कि अरुण और जहीर को एक गेंदबाज़ के तौर पर उनकी तुलना नहीं करना चाहिएं बल्कि ये देखना चाहिए कि बतौर कोच भरत अरुण का प्रदर्शन कैसा रहा है।
भरत अरुण को टीम इंडिया का गेंदबाजी कोच बनाने के मुद्दे पर रवि शास्त्री ने कहा कि उनको पिछले 15 साल की कोचिंग का अनुभव है। 2015 के वर्ल्ड कप में अगर आप टीम इंडिया के गेंदबाजों का प्रदर्शन देखें, तो उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे टूर्नामेंट में 80 में से 77 विकेट लिए थे।
इसके साथ ही रवि शास्त्री ने कहा कि 'अनिल कुंबले और उनके जैसे कोच आते जाते रहेंगे। लेंगे टीम इंडिया देश की असली हीरो है और हर चीज़ का क्रेडिट उन्हें जाना चाहिए।' प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रवि शास्त्री बेहद जोश के साथ दिखे और उन्होंने कहा कि पिछले श्रीलंका दौरे की तुलना में वो ज्यादा समझदार और जिम्मेदार हो गए हैं। जबकि मैं पिछले 2 हफ्तों में ज्यादा परिपक्व हो गया हूं, मैं कोच रहूं या ना रहूं लेकिन टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी।'
आपको बता दें कि बीते दिनों रवि शास्त्री टीम इंडिया के कोच चुने गए और भरत अरुण को बॉलिंग कोच नियुक्त किया गया है। हालांकि, विदेशी दौरों पर जहीर खान के बॉलिंग कोच चुने जाने का भी ऐलान हुआ था, लेकिन पैमेंट के मुद्दे पर दिक्कत आने के बाद भरत अरुण को ही बॉलिंग कोच के तौर पर रिटेन कर लिया गया।
भरत अरुण के बॉलिंग कोच बनाए जाने का टीम इंडिया के नवनियुक्त कोच रवि शास्त्री ने बचाव किया है। बॉलिंग कोच के मुद्दे पर मचे बवाल के बीच रवि शास्त्री ने कहा कि भरत अरुण और जहीर खान में तुलना बेकार है। जहीर खान को एक बेहतरीन गेंदबाज़ करार देते हुए रवि शास्त्री ने भरत अरुण के चयन का बचाव किया। रवि शास्त्री का तर्क था कि असल मुद्दा ये है कि बेहतरीन कोच कौन साबित हो सकते हैं। इतना ही नहीं रवि शास्त्री ने भरत अरूण और जहीर खान की तुलना करने वालों से कहा कि अरुण और जहीर को एक गेंदबाज़ के तौर पर उनकी तुलना नहीं करना चाहिएं बल्कि ये देखना चाहिए कि बतौर कोच भरत अरुण का प्रदर्शन कैसा रहा है।
भरत अरुण को टीम इंडिया का गेंदबाजी कोच बनाने के मुद्दे पर रवि शास्त्री ने कहा कि उनको पिछले 15 साल की कोचिंग का अनुभव है। 2015 के वर्ल्ड कप में अगर आप टीम इंडिया के गेंदबाजों का प्रदर्शन देखें, तो उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे टूर्नामेंट में 80 में से 77 विकेट लिए थे।
इसके साथ ही रवि शास्त्री ने कहा कि 'अनिल कुंबले और उनके जैसे कोच आते जाते रहेंगे। लेंगे टीम इंडिया देश की असली हीरो है और हर चीज़ का क्रेडिट उन्हें जाना चाहिए।' प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रवि शास्त्री बेहद जोश के साथ दिखे और उन्होंने कहा कि पिछले श्रीलंका दौरे की तुलना में वो ज्यादा समझदार और जिम्मेदार हो गए हैं। जबकि मैं पिछले 2 हफ्तों में ज्यादा परिपक्व हो गया हूं, मैं कोच रहूं या ना रहूं लेकिन टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी।'
आपको बता दें कि बीते दिनों रवि शास्त्री टीम इंडिया के कोच चुने गए और भरत अरुण को बॉलिंग कोच नियुक्त किया गया है। हालांकि, विदेशी दौरों पर जहीर खान के बॉलिंग कोच चुने जाने का भी ऐलान हुआ था, लेकिन पैमेंट के मुद्दे पर दिक्कत आने के बाद भरत अरुण को ही बॉलिंग कोच के तौर पर रिटेन कर लिया गया।