भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भाजपा के रसूखदार नेता, आवास संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं महानगर सहकारी बैंक के संस्थापक सुशील बासवानी के यहां आयकर विभाग ने कालाधन ढूंढ निकाला है। वासवानी की 10 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की गई है। आरोप है कि वासवानी ने नोटबंदी के दौरान महानगर सहकारी बैंक से करोड़ों की काली कमाई को नए नोटों में तब्दील किया था। आयकर विभाग ने बेनामी एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
राज्य सड़क परिवहन निगम में बस कन्डक्टर से अपना करियर शुरू करने वाले सुशील वासवानी बीजेपी के रसूखदार नेता हैं। नोटबंदी के दौरान राजधानी के बैरागढ़ में स्थित वासवानी के संस्थापक अध्यक्ष वाली महानगर सहकारी बैंक पर आयकर विभाग ने छापे की कार्रवाई की थी। तभी से वासवानी की संपत्ति की जांच चल रही थी।
आयकर विभाग को जांच के दौरान बेनामी संपत्ति से जुड़े कुछ दस्तावेज भी मिले थे। जिसके आधार पर आयकर विभाग ने बैरागढ़ में बन रहे एक मॉल के अलावा वासवानी की कुछ अन्य संपत्ति को बेनामी एक्ट के तहत जब्त कर लिया।