भोपाल। राजधानी में पदस्थ पुलिस इंस्पेक्टरों के तबादले के लिए पुलिस मुख्यालय में दो सूची बनवाई गई हैं। पहली सूची उन निरीक्षकों की है, जिनका जिले में 5 साल का समय पूरा होने जा रहा है। दूसरी सूची उनकी है, जिनको 3 साल पूरे हो रहे है। राज्य शासन को तय करना है कि विधानसभा चुनाव से पहले स्थानांतरण किए जाने हैं, क्योंकि एक साल बाद स्थानांतरण की नीति चुनाव आयोग तय करेगा। यदि 3 साल वाली सूची के मुताबिक तबादले किए जाते हैं तो जिले के 40 फीसदी से अधिक थाना प्रभारी जिले से बाहर हो जाएंगे।
गौरतलब है कि जिला पुलिस बल भोपाल में 40 फीसदी से अधिक टीआई को 3 साल का समय होने को आ गया है। इन इंस्पेक्टरों में अधिकांश तो वह अफसर है। जो पूर्व में राजधानी में सब इंस्पेक्टर भी रह चुके हैं। उसका कार्यकाल जोड़ दिया जाए तो उनको दस साल से भी ज्यादा का समय हो चुका है।
रोजाना लगा रहे पीएचक्यू के चक्कर
पुलिस मुख्यालय ने इंस्पेक्टरों के तबादला करने के लिए 2 नियम तय किए हैं। पहले उन निरीक्षकों को एक ही जिले में 5 वर्ष व उससे अधिक समय हो गया है। उनके स्थानांतरण दूसरे जिलों में किए जाए। दूसरी सूची 3 साल वालों की है। इस नियम के दायरे में आने वाले टीआई रोजाना पुलिस मुख्यालय के चक्कर लगाते नजर आते हैं।
सीएसपी के लिए दौड़ शुरू
एसडीओपी मिसरोद अतीक अहमद के 30 जून को रिटायर हो जाएगे। उनके रिटायर होने के बाद एसडीओपी बनने के लिए राजधानी में टीआई रहे अफसर अब डीएसपी बन चुके हैं, पोस्टिंग करवाने में जुट गए हैं।