नितिन तिवारी/भोपाल। सैनिटरी नैपकिन पर लगाए गए जीएसटी का विरोध अब मध्य प्रदेश में भी शुरु हो गया है। इनमें कई महिला विधायक भी शामिल हैं। गौरतलब है कि जीएसटी स्लैब में बिंदी, आईलाइनर, बिंदी, चूड़ी और यहां तक कि गर्भ निरोधक और कंडोम में कोई टैक्स नहीं लगाया गया जबकि सैनिटरी नैपकिन को लक्जरी लिस्ट में शामिल करके 12 फीसदी टैक्स स्लैब में शामिल किया गया है।
सुरखी से भाजपा विधायक पारुल साहू ने सैनिटरी नैपकिन पर जीएसटी लगाए पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि एक ओर तो सरकार महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन मुफ्त मुहैया करवाने के लिए योजनाएं चला रही है वहीं दूसरी ओर इसे लक्जरी की श्रेणी में रखकर जीएसटी लगाया गया है। मुझे व्यक्तिगत तौर पर यह लगता है कि इसे पूरी तरह करमुक्त करना चाहिए या इस पर छूट मिलनी चाहिए। इसके साथ ही पारुल ने इस विषय पर पत्र लिखने की बात भी कही है।
कांग्रेस विधायक भी विरोध में:
लांजी से कांग्रेस विधायक हिना लेखीराम कावरे का मानना है कि जीएसटी में बहुत सी वस्तुएं जिसे जीएसटी से बाहर रखना चाहिए था। इनमें सैनिटरी नेपकिन भी है। हर महिला इस पर लगाए गए कर का विरोध करेगी।