भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में कांग्रेस हमलावर है और भाजपा बैकफुट पर। किसान आंदोलन और नर्मदा सेवा यात्रा के कारण डेढ़ हजार सवालों से घिरी सरकार के लिए नरोत्तम मिश्रा मामला किसी संकट से कम नहीं था। मिश्रा ने आयोग को हाईकोर्ट में चुनौती दी और दावा किया कि उनकी सदस्यता समाप्त नहीं की जा सकती लेकिन कांग्रेस ने उन्हे सदन में घुसने नहीं दिया। अब भाजपा विधायक जालम सिंह के बारे में नया खुलासा हो गया। माना जा रहा है कि जालम सिंह सोमवार को सदन में नहीं आएंगे। आए तो गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। दरअसल, पुलिस रिकॉर्ड में विधायक जालम सिंह को फरार बताया जा रहा है। SIT ने लिखित में दिया है कि आरोपी विधायक की तलाश जारी है और वो विधानसभा में सत्र के दौरान उपस्थित हो रहे हैं। इसी बात का खुलासा आज सदन में हो गया।
नेता प्रतिपक्ष के खुलासे पर जब मीडिया ने गृहमंत्री से इसकी जानकारी मांगी तो गृहमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने नाम नहीं बताया है, मैं उनसे निजी तौर पर मिलकर नाम पूछकर आगे की कार्रवाई करुंगा। माना जा रहा है कि अजय सिंह का ये हमला सांसद प्रहलाद पटेल के भाई नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल पर माना जा रहा है, क्योंकि विधायक जालम पटेल उनके बेटे मोनू पटेल और अन्य लोंगो के खिलाफ एसआईटी जांच कर रही है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में लगी हुई है।
सदन में उठाए सवाल को लेकर अजय का कहना है कि मैने गृहमंत्री से ये कहा कि जबलपुर संभाग में एक ऐसा व्यक्ति है, जिसके खिलाफ एसआईटी जांच कर रही है और एसआईटी कह रही है कि हमे वो आदमी मिल नहीं रहा है, जबकि वो व्यक्ति विधानसभा के अंदर बैठा है। इसलिए मैने उनसे पूछा है कि क्या मध्यप्रदेश में आम आदमी और भाजपा नेताओं के लिए कानून अलग है।
हालांकि नेता प्रतिपक्ष की तरफ से नाम नहीं लिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैने गृहमंत्री को नाम बता दिया है। उनके आरोप बीजेपी विधायक जालम सिंह पर माने जा रहे हैं, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वो गृहमंत्री से पूछें कि कौन विधायक है। सोमवार को विधायक विधानसभा में नजर आए तो अगला कदम उठाएंगे।
मुझे नहीं मालूम, SIT खोज रही
वहीं इस मामले में गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने नेता प्रतिपक्ष से मुलाकात कर बातचीत तो की है, लेकिन जब मीडिया ने उनसे नाम जानना चाहा, तो उन्होंने कहा कि अभी इस मामले में वो नेता प्रतिपक्ष से मिलकर नाम जानेंगे और आगे की कार्रवाई के लिए निर्देशित करेंगे। इस जांच के बारे में विधायक जालम सिंह पटेल का कहना है कि उन्हें नहीं मालूम कि एसआईटी उन्हें तलाश रही है।
जांच पूरी, गिरफ्तारी की तैयारी
गौरतलब है कि 18 नवम्बर 2014 को बीजेपी विधायक जालम सिंह, उनके बेटे मोनू पटेल ने अपने साथियों के साथ मिलकर मुकेश चौकसे और देवेन्द्र चौकसे पर हमला किया था। इस मामले में गोटेगांव थाना में अपराध भी पंजीबद्ध हुआ था। फिलहाल इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है और एसआईटी ने हाल में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के पूछे सवाल पर जवाब दिया है कि इस मामले में जांच पूरी हो गयी है, आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
अब सोमवार का इंतजार
तात्कालिक बयानबाजी के बाद अब सोमवार को इंतजार है। देखना रोचक होगा कि गृहमंत्री संडे को क्या करते हैं और क्या भाजपा विधायक जालम सिंह सोमवार को विधानसभा सत्र में भाग लेने आते हैं। साथ ही यदि वो आते हैं तो क्या सदन में घुसते या निकलते वक्त उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।