इंदौर। न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने और हाई कोर्ट जस्टिस को झूठे मैसेज भेजने के आरोप में क्राइम ब्रांच ने शनिवार को अलीराजपुर नगर पालिका उपाध्यक्ष विक्रम सेन को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी करोड़ों के घोटाले में फंसी महिला अध्यक्ष की जमानत निरस्त करवाना चाहता था। पुलिस ने फर्जी सिम इश्यू करने वाले डिस्ट्रिब्यूटर को भी हिरासत में लिया है। एएसपी (क्राइम) अमरेंद्रसिंह के मुताबिक करीब आठ दिन पूर्व हाई कोर्ट रजिस्ट्रार डीएस सोलंकी ने पुलिस को बताया कि अज्ञात व्यक्ति जस्टिस आलोक वर्मा को आपत्तिजनक मैसेज कर रहा है। पुलिस ने मामले की जांच कर आलीराजपुर नपा उपाध्यक्ष विक्रम सेन को पकड़ लिया।
पूछताछ में सेन ने बताया अध्यक्ष सेना पटेल पर करोड़ों का शौचालय निर्माण घोटाले का प्रकरण दर्ज है। पटेल ने अग्रिम जमानत के लिए हाई कोर्ट में याचिका (5048/17) दायर की थी। सेन चाहता चाहता था कोर्ट पटेल की जमानत निरस्त कर जेल भेजने के आदेश कर दे। उसने जस्टिस को भड़काने के लिए फर्जी नाम से सिम खरीदी और आठ मैसेज किए। दो दिन पूर्व पुलिस ने सिम जारी करने वाले डिस्ट्रिब्यूटर को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने बताया सिम सेन ने खरीदी थी।
कलेक्टर ने दर्ज कराया था केस
सेना पटेल कांग्रेस से जुड़ी हुई है। उस पर करोड़ों रुपए का घोटाला करने का आरोप है। उसके खिलाफ आलीराजपुर कलेक्टर ने केस दर्ज करवाया था। पटेल ने जमानत के लिए अर्जी दायर की थी।